भाग्य से ज्यादा और समय से पहले किसी को न सफलता मिलती है और न ही सुख !
विवाह, विद्या ,मकान, दुकान ,व्यापार, परिवार, पद, प्रतिष्ठा,संतान आदि का सुख हर कोई अच्छा से अच्छा चाहता है किंतु मिलता उसे उतना ही है जितना उसके भाग्य में होता है और तभी मिलता है जब जो सुख मिलने का समय आता है अन्यथा कितना भी प्रयास करे सफलता नहीं मिलती है ! ऋतुएँ भी समय से ही फल देती हैं इसलिए अपने भाग्य और समय की सही जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को रखनी चाहिए |एक बार अवश्य देखिए -http://www.drsnvajpayee.com/
भारत के कई प्रदेशों में अक्टूबर के महीने में भी मध्यम वर्षा होते रहने की संभावना है |
1 अक्टूबर को उत्तर भारत के कुछ भागों में बादल और वर्षा की सामान्य संभावनाएँ बन सकती हैं |
2 से 3 अक्टूबर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश ,हिमाचल एवं उत्तराखंड आदि में बारिश की होने की संभावना है |
4 और 5 अक्टूबर को हिमाचल पंजाब से लेकर दिल्ली तक तेज हवाओं के साथ सामान्य वर्षा की संभावना है |
6 और 7 को दिल्ली ,उत्तर भारत, बिहार, झारखण्ड आदि में बारिश हो सकती है |समुद्र के किनारे बसे देशों
प्रदेशों में अधिक वर्षा एवं आँधी तूफ़ान की संभावना है | इन दिनों में जिन क्षेत्रों में
वर्षा नहीं होगी और वायु का प्रवाह भी अधिक नहीं होगा वहाँ वायु प्रदूषण
की मात्रा अधिक बढ़ जाएगी |
8 अक्टूबरको मौसम प्रायः सामान्य रहेगा |
9 अक्टूबर को कुछ क्षेत्रों में सामान्य बारिश हो सकती है |
10अक्टूबर को वर्षा और बादलों की मात्रा सामान्य से कुछ अधिक रहेगी इसके साथ ही राजस्थान एवं हरियाणा के हिसार और भिवानी आदि जिलों के साथ साथ देश के कई अन्य प्रदेशों में भी अधिक बादल एवं वर्षा होने की संभावना है |
11 अक्टूबर को उत्तरभारत समेत देश के अधिकाँश भागों में अधिक बादल और अच्छी वर्षा की संभावना है |
12 अक्टूबरको दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में बारिश होगी | देश के कुछ स्थानों पर अधिक बारिश भी हो सकती है | पंजाब, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश राजस्थान मध्यप्रदेश आदि में भी बारिश हो सकती है |इस दिन दिल्ली समेत समस्त उत्तर भारत में काली घनघोर घटाएँ देखने को मिल सकती हैं |
13 अक्टूबर को देश के दिल्ली आदि कुछ प्रदेशों में वर्षा होगी किंतु पहले की अपेक्षा मात्रा कुछ कम रहेगी |
14 और 15 अक्टूबरको देश के कई भागों में अधिक मात्रा में बादलों का जमावड़ा लगा रह सकता है | इसके साथ ही मध्यम वर्षा हो सकती है |
16 अक्टूबरको कुछ प्रदेशों में अधिक बादल एवं अत्यंत सामान्य वर्षा होने की संभावना है |
17 से 19 अक्टूबर तक तेज हवाओं के साथ कुल्लू ,लाहौल तथा रोहतांग आदि में बादल वर्षा की मात्रा अधिक रहेगी|इन दिनों में उत्तराखंड उत्तर प्रदेश बिहार बंगाल उड़ीसा मध्यप्रदेश,झारखंड ,छत्तीसगढ़ आदि समूचे उत्तर भारत में अधिक बादल वर्षा बज्रपात एवं आँधी तूफान तथा समुद्र के किनारे बसे प्रदेशों में चक्रवात जैसी हिंसक घटनाएँ घटित हो सकती हैं |
20 अक्टूबर को अधिक बादलों से आसमान आच्छादित रहेगा |तेज हवा के साथ साथ मध्यमवर्षा की संभावना है | समुद्र के किनारे वाले प्रदेशों में चक्रवाती वर्षा की संभावना अधिक है |
विशेष बात : 21 से 31 अक्टूबर तक अधिकाँश देशों प्रदेशों में वर्षा की मात्रा कुछ अधिक रहेगी |
21 अक्टूबर को मौसम सामान्य रहेगा |झारखंड बिहार आदि क्षेत्रों सामान्य वर्षा होगी तथा संपूर्ण उत्तर भारत में बादल छाए रहने की संभावना है | 22 अक्टूबर को अधिकाँश प्रदेशों में मध्यम वर्षा की संभावना है |
23 अक्टूबर को कुछ प्रदेशों में सामान्य वर्षा हो सकती है | 24 से 26 अक्टूबर तक विशेष अधिक वर्षा की संभावना है |बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री धाम सहित हेमकुंड साहिब, फूलों की
घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, घांघरिया, पाणा, ईराणी, झींझी आदि गांवों के साथ साथ देश के कुछ अन्य प्रदेशों में भी अधिक वर्षा होने की संभावना है | 27 अक्टूबर को दिल्ली और आसपास के इलाके में अधिक वर्षा हो सकती है | 28 अक्टूबर को तेज हवाओं के साथ बादलों की आवा जाही लगी रहेगी कहीं कहीं सामान्य से कुछ अधिक वर्षा भी हो सकती है | 29 अक्टूबर को दिल्ली के आस पास बादल रहेंगे एवं सामान्य वर्षा हो सकती है |कुछ अन्य स्थानों पर भी मध्यम वर्षा की संभावना है |
30 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर आदि में तेज हवाओं के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना है | 31 अक्टूबर को तेज आंधी तूफ़ान के साथ एक आध प्रदेशों में वर्षा हो सकती है | समुद्र के किनारे के प्रदेशों में चक्रवाती तूफ़ान से समस्या पैदा हो सकती है |
मौसम पूर्वानुमान : अक्टूबर 2020
see more.......http://www.drsnvajpayee.com/index.php/weather/forcasting/134-2020-19
फिल्मी छिछोरों ने बर्बाद किया है समाज!भला चाहते हो तो बंद करो फ़िल्म देखना !
फिल्मी लोगों में दिखने वाली हरकतें कोई नशेड़ी ही कर सकता है !होशोहवाश में तो कोई नहीं ही करेगा !फिल्मों में जितने बदतमीज द्वयर्थी फूहड़ संवाद होते हैं चोरी डकैती हत्या आत्महत्या बलात्कार नशा खोरी के दृश्य दिखाए जाते हैं !वे केवल फिल्मों तक ही सीमित नहीं हैं अपितु उन जंगलियों का यही वास्तविक जीवन है !बंदरों की तरह नंगे उघारे रहने को ये फैशन बताते हैं !समाज में दिख रहे सभी प्रकार के अपराध नशा खोरी बलात्कार गुंडागर्दी इन्हीं आवारा लोगों की देन है ! फिल्मी लड़के लड़कियाँ जितनी आवारा गर्दी करते हैं कुत्ते बिल्लियों की तरह नंगे अधनंगे कपड़ों में दिखाई पड़ते हैं!लिवइन में रह लेते हैं अपने पति पत्नी को तलाक देकर दूसरों से बच्चे पैदा कर या करा लेते हैं !जिससे कोई संबंध ही न हो ऐसे परुष के साथ मां बेटी बहन रखैल की तरह रह लेती है !कुंआरी लड़कियाँ किसी दूसरे के बच्चे की मां बन जाती हैं | उम्र का लिहाज किए बिना बुड्ढे बुड्ढे खूसट नई नई लड़कियों से लिपटे चिपटे चूमते चाटते देखे जाते हैं!ऐसा कोई नशेड़ी ही कर सकता है कोई होश में तो ऐसा करेगा नहीं !
टीवी पर एक फिल्मी लड़की से पूछा जा रहा था कि कौन ब्यूटी पार्लर कितना अच्छा है ये कैसे पता लगता है उसने कहा सिंपल सी बात है जिस पार्लर से मेकअप करा के निकलने पर जितने अधिक लोग रास्ते में छेड़ें बदतमीजी करें वह उतना अच्छा ब्यूटी पार्लर !यदि इतना भी लालच न हो तो कोई बेकार में ब्यूटी पार्लर जाकर अपने पैसे क्यों बर्बाद करेगा !
एक संवाद मैं सुन रहा था कि जवान होने के बाद लड़के लड़कियाँ अपनी शादी का फैसला खुद कर सकते हैं !मतलब मातापिता एतराज नहीं कर सकते !यदि ऐसा है तो बालिग़ होने के बाद कोई लड़का या लड़की कितना भी बड़ा अपराध करे उसे अपराध भी नहीं माना जाना चाहिए !क्योंकि वह तो बालिग़ हो चुका होता है |
कुल मिलाकर कानून बनाने वालों को याद रखना चाहिए कि बच्चों में संस्कार सृजन के लिए उन्हें तीन प्रकार के अनुशासनों का आदर करना होता है पहला उनके अपने परिवार का अनुशासन दूसरा समाज का अनुशासन और तीसरा देश का अनुशासन अर्थात सरकार का कानून !आधुनिकता फैशन और अधिकारों के नाम पर यदि परिवार और समाज का अनुशासन तोड़वाया जाएगा तो देश के कानून केविरुद्ध आचरण करने में भी उन्हें कोई डर नहीं होगा ! यही कारण है कि नशाखोरी अपराध और बलात्कार जैसी घटनाएँ रोकना कानून के बश की बात नहीं है इसे परिवार और समाज ही रोक सकता है अधिकतम फाँसी की सजा दे सकता है उसके लिए स्वेच्छाचारी लोग स्वतः तैयार रहते हैं |कानून न दे तो वे स्वयं लटक जाते हैं क्योंकि अनुशासन तोड़ने वालों के पास इसके अतिरिक्त कोई दूसरा विकल्प बचता ही नहीं है ! अभी भी समय है सरकारें जागें और समाज की भलाई के लिए परिवारों एवं समाज के अधिकारों को बहाल करें !तभी भय भूख भ्रष्टाचार बलात्कार एवं अपराध मुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है | सनातन धर्मी संस्कारों सदाचरणों पर प्रहार करता रहा है वालीवुड उसे दण्डित किया ही जाना चाहिए |
ये छिछोरे विदेशों से दुर्गुण खुद सीख सीखकर अपने देश में फैलाते हैं इन्होंने अपने घर गृहस्थी तो बर्बाद किए ही हैं |नंगपन तलाक हत्या आत्महत्या बलात्कार नशाखोरी आदि सभी प्रकार के अपराध समाज को सिखाने के लिए ये फिल्में बनाते हैं | समाज में फैले तलाक आत्महत्या बलात्कार नशाखोरी जैसे दुर्गुण इन्हीं फिल्मी छिछोरों की ही देन है |फिल्में देखकर कितने लोग सुधरे हैं कितनों ने संस्कार सीखे हैं कितनों ने माता पिता की सेवा करना शुरू कर दिया है कितने लोगों ने जुआँ और नशा जैसी लत छोड़ी है |कितने घर उजड़ने से बचाए हैं |
इन्हीं फिल्मी छिछोरों ने समाज में फैले तलाक आत्महत्या बलात्कार नशाखोरी जैसे दुर्गुण समाज को सिखाए हैं हिंदी और संस्कृत में तो तलाक और आत्महत्या जैसे शब्द ही नहीं होते हैं | कुलमिलाकर अधिकाँश अपराध फिल्में देखकर ही अपराधियों ने सीखे हैं | ये माता पिता से बगावत करने वाले छिनरे लड़के लड़कियों को प्रेमी प्रेमिका बताते हैं | चरित्रवान सदाचारी मातापिता की आज्ञा मानने वाले वाले एवं केवल अपने पति या पत्नी से ही प्रेम करने वाले युवक युवतियों को रूढ़िवादी कह कर ये छिछोरे उनकी मजाक उड़ाते हैं |ऐसे ही दुर्गुणों के कारण इन छिनरों ने अपने घर गृहस्थी और जीवन बर्बाद किए और समाज को भी बर्बाद किया है | फिल्मियों में ऐसे कितने प्रतिशत ऐसे लोग हैं जिन्होंने केवल अपनी पत्नी या पति को ही अपना शरीर सौंपा हो |इनमें तलाक लेने वाले कितने लोग हैं |अपने माता पिता और परिवार से बगावत न करने वाले कितने लोग हैं | कुल मिलाकर इनके आचरणों को सभ्य आचरण नहीं कहा जा सकता !मनोरंजन का मतलब संस्कारों में आग लगाना नहीं होता है कपडे पहनने उठने बैठने बोलने चालने की अकल तो हर किसी को होनी चाहिए आखिर फिल्मवाले भी तो इसी समाज के अंग हैं समाज को बर्बाद करने का अधिकार इन्हें किसने दिया है !ये फैसला ही नहीं कर पा रहे हैं कि इन्हें कपडे पहनना है या नंगे रहना है !-
बरसों से बचा कर समय के पल इकट्ठा किये थे। उन्हें मन में जोड़कर कई दिन भी बना लिये थे और सोचा था समय आएगा तब दिल खोलकर इन पलों को खर्चा करेंगे, घूमेंगे, जियेंगे, जो जी चाहेगा करेंगे, आज मन पक्का करके तोड़ी उन पलों की गुल्लक, तो पता चला कि बीता समय वर्तमान में नहीं चलता।
विश्व का प्रत्येक देश अपनी अपनी क्षमता के अनुशार वैज्ञानिक अनुसंधानों को संचालित करता है |ऐसे अनुसंधानों में लगने वाला संपूर्ण खर्च सरकारें उठाती हैं | सरकारों को यह धन जनता के द्वारा टैक्स के रूप में विकास कार्यों के लिए दिया जाता है |
वैज्ञानिक अनुसंधानों का उद्देश्य जनता के जीवन के लिए आवश्यक कार्यों को आसान बनाना होता है | दूसरी बात रोगों महारोगों (महामारियों) एवं आँधी तूफ़ान वर्षा बाढ़ भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के बिषय में आगे से आगे पूर्वानुमान उपलब्ध करवाना होता है | उन घटनाओं के घटित होने के लिए जिम्मेदार आधारभूत कारणों को खोजना होता है एवं उनसे जन धन की हानि कम से कम हो बचाव के लिए प्रभावी उपाय खोजना अनुसंधानों का उद्देश्य होता है |
वैज्ञानिक अपने प्रयासों से उद्देश्यों की पूर्ति में कितना सफल हुए हैं ये वही बता सकते हैं | उनके अनुसंधान संबंधी प्रयासों के परिणाम स्वरूप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की दृष्टि से सरकार कितनी संतुष्ट है और संतुष्ट होने के कारण क्या हैं ये सरकार को भी बताना चाहिए |आखिर विकास कार्यों के लिए जनता से लिया गया टैक्स सरकार ही तो उनके अनुसंधानों पर खर्च करती है इसलिए सरकार की जनता के प्रति जवाबदेही बन जाती है |
मौसम और महामारी के बिषय में वैज्ञानिकों के द्वारा किए जाने वाले अनुसंधानों से जनता का जीवन कितना आसान हो सका है |महामारी या प्राकृतिक आपदाओं के बिषय में पूर्वानुमान लगाने की दृष्टि से वैज्ञानिकों को जितनी सफलता मिल सकी है जनता उससे कितनी संतुष्ट है और मौसम तथा महामारियों के बिषय में दिन रात अनुसंधान करने वाले वैज्ञानिकों की वे उपलब्धियाँ क्या क्या हैं |जिन्हें चिन्हित करके उन अनुसंधानों को सफलता की श्रेणी में रखा जा सके |
विगत कुछ वर्षों में जितने भी प्रकार की प्राकृतिक आपदाएँ घटित हुई हैं उनमें से अधिकाँश ऐसी हैं जिनके बिषय में न तो पूर्वानुमान लगाया जा सका है और न ही उनके घटित होने के आधारभूत कारण ही खोजे जा सके हैं | कारणों की खोज के नामपर कुछ काल्पनिक किस्से कहानियाँ हैं जो वैज्ञानिक तर्कों की कसौटी पर खरी नहीं उतरती हैं |
विशेषकर भारतवर्ष में पिछले दस वर्षों में जितनी भी प्राकृतिक घटनाएँ घटित हुई हैं उनमें से अधिकाँश ऐसी हैं जिनका पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सका है | उनके घटित होने के लिए आधार भूत जो कारण बताए जा रहे हैं वे विश्वसनीय नहीं हैं क्योंकि तर्कों की कसौटी पर वे कहीं नहीं ठहरते हैं |
भारतीयमौसम विभाग की स्थापना जिस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हुई थी उस लक्ष्य को हासिल करने में विभाग कितने प्रतिशत सफल हुआ है इसके बिषय में चिंतन अवश्य किया जाना चाहिए |
1864 में चक्रवात के कारण कलकत्ता में हुई क्षति और 1866 और 1871 के अकाल
के बाद, मौसम संबंधी विश्लेषण और संग्रह कार्य एक ढ़ांचे के अंतर्गत
आयोजित करने का निर्णय लिया गया। परिणाम स्वरूप 1875 में भारतीय मौसम विज्ञान
विभाग की स्थापना आज के लगभग 144 वर्ष पहले की गई थी ।
ऐसी परिस्थिति में आज भी यदि अधिकाँश प्राकृतिक आपदाओं के कारण खोजने में विज्ञान यदि सफल नहीं हो सका है उनके बिषय में पूर्वानुमान लगाने में वैज्ञानिक यदि असफल रहे हैं | इसका कारण क्या है ? https://snvajpayee.blogspot.com/2020/08/blog-post_19.html
Updated Dec 29, 2017 | 13:13 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल ट्रंप ने ग्लोबल वार्मिंग का बनाया मजाक, कहा- बर्फीली हवाओं से दिलाएगा राहतदुनिया
अमेरिका
का पूर्वी क्षेत्र इन दिनों कड़ाके की सर्दी से गुजर रहा है। सर्द हवाओं
ने आम जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है, पर अमेरिका के
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मौके का इस्तेमाल ग्लोबल वार्मिंग पर
तंज कसने के लिए किया। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि धरती के बढ़ते
तापमान से शायद कड़ाके की सर्दी से निपटने में मिल सके।see
more...https://hindi.timesnownews.com/world/article/extreme-cold-wave-in-us-trump-mocks-global-warming-in-tweet/183392
By Rahul Kumar | Published: Tuesday, January 29, 2019, 13:44 [IST] नई दिल्li
ट्रंप ने 'ग्लोबल वार्मिंग' का फिर उड़ाया मजाक,
दरअसल 29 जनवरी को शाम में भयानक ठंड का शिकार
हुए मिडवेस्ट रीजन का हवाला देते हुए ट्रंप ने ग्लोबल वार्मिंग को ताना
मारते हुए उसे तेजी से वापस आने के लिए कहा है। ट्रंप
ट्वीट
किया कि, 'खूबसूरत मिडवेस्ट में ठंडी हवाओं के चलते तापमान माइनस 60
डिग्री तक पहुंच गया है। ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आने वाले दिनों में
और भी ठंडा होने की उम्मीद है। लोग एक मिनट के लिए भी बाहर नहीं आ पा रहे
हैं। ग्लोबल वार्मिंग के साथ क्या हो रहा है?see
more...https://hindi.oneindia.com/news/international/donald-trump-says-we-need-global-warming-as-extreme-cold-weather-490896.html
5 मई 2020 जलवायु परिवर्तन
दुनिया के प्रमुख
वैज्ञानिक इस बात से सहमत हैं कि जलवायु परिवर्तन मानव-प्रेरित है और
चेतावनी देता है कि तापमान में प्राकृतिक उतार-चढ़ाव मानव गतिविधि द्वारा
बढ़ाए जा रहे हैं। इसे जलवायु परिवर्तन या ग्लोबल वार्मिंग के रूप में जाना
जाता है। मानव गतिविधियों ने कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में वृद्धि की
है, जिससे तापमान बढ़ रहा है। चरम मौसम और पिघलने वाली ध्रुवीय बर्फ
संभावित प्रभावों में से हैं। पृथ्वी का औसत तापमान लगभग 15C है लेकिन अतीत
में बहुत अधिक और कम रहा है।जलवायु में प्राकृतिक उतार-चढ़ाव आते हैं
लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि तापमान अब कई गुना अधिक तेजी से बढ़ रहा
है।
see
more....https://translate.google.com/translate?hl=hi&sl=en&u=https://www.bbc.com/news/world-us-canada-46351940&prev=search
कोरोना वायरस महामारी के 'लंबे' वक्त तक रहने की उम्मीद : WHO
विश्व
स्वास्थ्य संगठन ने शनिवार को चेतावनी दी कि कोरोना वायरस महामारी
के "लम्बे" वक्त रहने की संभावना है. महामारी को लेकर स्थिति का मूल्यांकन
करने के लिए हुई बैठक के बाद ये बयान जारी किया गया है. WHO की आपातकालीन
समिति ने COVID-19 महामारी के लंबे वक्त तक रहने के बारे में जानकारी दी.see more...https://khabar.ndtv.com/news/world/coronavirus-pandemic-expected-to-last-long-who-2272729
सिंगापुर
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन के शोधकर्ताओं ने ऑर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस ड्रिवेन
डाटा एनालिसिस के जरिए बाताया है किइसी तरह यूनिवर्सिटी ने भारत में
कोरोनावायरस का असर 26 जुलाई तक पूरी
तरह खत्म होने का अनुमान लगाया है. अनुमान के मुताबिक, भारत में 21 मई तक
Covid-19 का संक्रमण करीब 97 फीसदी तक कम हो जाएगा और 1 जून तक 99 फीसदी
केस कम हो जाएंगे. इसी तरह 26 जुलाई तक भारत कोरोना मुक्त हो जाएगा.see
more...https://www.tv9bharatvarsh.com/india/research-when-will-coronavirus-be-eliminated-worldwide-including-india-learn-date-208276.html
10 Aug 2020 09:32 PM (IST)डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह, मौसमी पैटर्न पर नहीं चलता है कोरोना, गर्मी में भी बढ़ रही महामारी लंदन, एजेंसियां। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health
Organization, WHO) ने कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) में मौसमी प्रवृत्ति
दिखाई नहीं पड़ रही है। इसके चलते इस खतरनाक वायरस पर अंकुश पाना कठिन
होता जा रहा है। कोरोना से लगभग पूरी दुनिया जूझ रही है। महामारी का प्रकोप
इस कदर बढ़ता जा रहा है किsee more...https://www.jagran.com/world/america-world-health-organization-says-coronavirus-seems-to-lack-seasonal-pattern-20613104.html
कोरोना वायरस से जूझ रही दिल्ली के लिए अच्छी खबर है कि पहले स्टेज में
प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हुई है !
प्लाज्मा थेरेपी का भारत के अलावा अमेरिका, स्पेन, दक्षिण कोरिया, इटली, टर्की और चीन समेत कई
देशों में इसका इस्तेमाल हो रहा है| चीन में कोरोना वायरस का मामला
सामने आने पर प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल शुरू किया गया था. चीन में जहां
कोरोना का मामला बढ़ा, वहां पर भी प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया गया.
वहां भी रिजल्ट सकारात्मक रिजल्ट आए.see ...... https://aajtak.intoday.in/story/corona-virus-plasma-therapy-treatment-sars-mars-ibola-covid-19-1-1184125.html
अमित शर्मा, अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Thu, 30 Apr 2020 06:38 PM IST
विशेष :17\18जुलाई को बहुत भूकंप आए हैं उसके प्रभाव से कोरोना संक्रमितों की संख्या अचानक बढ़ जाने से कहा गया -
Publish Date:Sun, 19 Jul 2020 10:28 AM (IST)
भारत में शुरू हुआ कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड, हालात बहुत खराब : आईएमए
आईएमए का कहना है कि भारत में कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो चुका है, जिसके मतलब है कि आगे हालात और ज्यादा
खराब हो सकते हैं।एएनआई से बात करते हुए आईएमए (हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया) के
अध्यक्ष डॉ वीके मोंगा ने कहा, 'यह अब घातक रफ्तार से बढ़ रहा है। हर दिन
मामलों की संख्या लगभग 30,000 से अधिक आ रही है। यह देश के लिए वास्तव में
एक खराब स्थिति है। कोरोना वायरस अब ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहा है, जो
की एक बुरा संकेत है। इससे पता चलता है कि देश में कोरोना का कम्यूनिटी
स्प्रेड शुरू हो चुका है।see more....https://www.jagran.com/news/national-community-spread-of-coronavirus-started-in-india-and-situation-is-bad-says-ima-20528737.html
नई दिल्ली, 19 जुलाई 2020, अपडेटेड 07:30 IST
कोरोना से बिगड़े हालात, भारत में शुरू हुआ कम्युनिटी स्प्रेडः इंडियन मेडिकल एसोसिएशन!
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बंगलूरू Updated Sat, 18 Jul 2020 08:49 PM IST
भारत में 15 सितंबर तक चरम पर पहुंच सकता है कोरोना संक्रमण: विशेषज्ञ !
पब्लिक
हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रो. के. श्रीनाथ रेड्डी ने शनिवार
को कहा कि कोविड-19 के मामले मध्य सितंबर में चरम पर पहुंच सकते हैं !अखिल
भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में हृदय रोग विभागाध्यक्ष रह चुके एवं हावर्ड
में अभी अध्यापन कार्य से जुड़े डॉ. रेड्डी ने कहाsee more.... https://www.amarujala.com/india-news/corona-cases-may-reach-peak-in-mid-september-in-india-says-experts?pageId=1
मानसी दाश बीबीसी संवाददाता14 मई 2020 कोरोना वायरस: इस बार मई के महीने में भी गर्मी नहीं, क्या हैं कारण
क्या
ये जलवायु परिवर्तन है?सेंटर ऑफ़ साइंस ऐंड एनवायर्नमेन्ट में जलवायु
मामलों पर नज़र रखने वाले तरुण गोपालकृष्णण ने बीबीसी को बताया कि केवल
उत्तर भारत या पूर्वी भारत में ही नहीं बल्कि दक्षिण भारत में मौसम बीते
सालों की अपेक्षा इस साल अलग ही है. see more...https://www.bbc.com/hindi/india-52647738
Edited By Priyesh Mishra | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:
बारिश-बाढ़ और भूकंप, प्रकृति के कहर से चीन का बुरा हाल !
Edited By Shailesh Shukla | नवभारत टाइम्स | Updated: 05 May 2020, 09:28:00 AM IST तंजानिया में बकरी और फल भी कोरोना पॉजिटिव, राष्ट्रपति ने कहा-टेस्ट किट सही नहींsee
more...https://navbharattimes.indiatimes.com/world/other-countries/goat-and-fruit-are-also-coronavirus-positive-in-tanzania-president-john-magufuli-said-test-kit-not-correct/articleshow/75546399.cms
Edited By Satyakam Abhishek | टाइम्स न्यूज नेटवर्क | Updated:
भारत में कोरोना: शोध में दावा, रूप बदलकर ज्यादा खतरनाक बन रहा है कोविड-19 वायरस
Coronavirus
India Update: भारत में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस (corona in india) अब
तरह-तरह के रूप बदलकर दुनिया में फैल गया है। यह जानलेवा वायरस अब तक
दुनिया में 2 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। एक नए रिसर्च में पता
चला है कि अभी दुनिया के ज्यादातर मुल्कों में अब A2a वायरस कोहराम मचा
रहा है।SEE
MORE...https://navbharattimes.indiatimes.com/metro/mumbai/other-news/coronavirus-has-mutated-into-10-types-1-dominant-across-regions-study/articleshow/75421576.cms
Publish Date:Mon, 27 Apr 2020 07:28 AM (IST) अमेरिका में कम हो रहा कोरोना वायरस का कहर, 24 घंटों में हुई 1330 लोगों की मौत
see
more...https://www.jagran.com/world/america-us-recorded-1330-coronavirus-deaths-in-the-last-24-hours-as-per-johns-hopkins-university-tally-20224955.html
Last updated: Fri, 24 Apr 2020 10:34 AM सनलाइट से जल्दी खत्म हो जाता है कोरोना वायरस, अमेरिकी वैज्ञानिकों ने किया रिसर्च में दावा
होमलैंड सुरक्षा सचिव के विज्ञान और तकनीकी विभाग के सलाहकार विलियम ब्रायन
ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों कहा कि सरकारी वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में
पाया है कि सूरज की पराबैंगनी किरणें पैथोगेन यानी वायरस पर प्रभावशाली
असर डालती हैं। उम्मीद है कि गर्मियों में इसका प्रसार कम होगा।
विलियम
ब्रायन ने कहा कि हमारी रिसर्च में अब तक सबसे खास बात यह पता चली है कि
सोलर लाइट सतह और हवा दोनों में इस वायरस को मारने की क्षमता रखता है।
उन्होंने यह भी कहा कि हमने यह भी पाया है कि तापमान और नमी में भी इसी तरह
के नतीजे सामने आए हैं। यानी तापमान और नमी में वृद्धि वायरस के लिए
फायदेमंद नहीं है।see
more....https://www.livehindustan.com/international/story-sunlight-destroys-coronavirus-quickly-say-us-scientists-3171690.html
Updated Date Thu, Apr 23, 2020, 8:13 PM IST पर्यावरण सचिव ने
जानकारी दी है कि कोरोना एक बड़ी चुनौती है. हमारा मूलमंत्र है कि जिंदगी
कैसे बचाएं? हम लगातार टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं. 23 मार्च तक
हमने देशभर में महज 14,915 टेस्ट किए थे और अब 22 अप्रैल तक हमने 5 लाख से
ज्यादा टेस्ट कर लिए हैं . हालांकि यह पर्याप्त नहीं है और हमें देश में
रैंप टेस्टिंग की जरूरत है. see
more...https://www.prabhatkhabar.com/national/corona-virus-ministry-of-health-ministry-of-home-affairs-data-country
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा- देश के 730 जिलों में से 353 में
संक्रमण का कोई असर नहीं Last Updated: April 19, 2020, 4:38 PM IST केंद्रीय
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने कहा, ‘हम कोविड-19 से होने
वाले नुकसान को काफी हद तक रोकने में सफल रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश के
कुल 730 जिलों में से 353 में संक्रमण का कोई असर नहीं है. संतोष की बात
है कि उपचार के बाद स्वस्थ होने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.उन्होंने कहा
कि अगर देश में 25 मार्च से 21 दिन का पूर्ण लॉकडाउन नहीं लागू किया गया
होता तो भारत की हालत यूरोप के देशों जैसी ही खराब होती ‘तीसरे चरण की
स्थिति बनने के कोई आसार नहीं’see
more...https://hindi.news18.com/news/nation/health-minister-harsh-vardhan-said-out-of-730-districts-in-the-country-353-have-no-effect-of-infection-3031324.html
Ashish Kumar | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 18 Apr 2020, 07:20:00 AM IST
भारत में मई के तीसरे हफ्ते तक ही जोर मारेगा कोरोना, उसके बाद मामले घटने के आसार
कोरोना
वायरस (Coronavirus) का प्रकोप भारत समेत पूरी दुनिया में फैला हुआ है।
हालांकि मई के तीसरे हफ्ते तक कोरोना के भारत में कमजोर पड़ने के आसार हैं।
उसके बाद कोरोना के मामले घटेंगे, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि
हम कितना ऐहतियात बरतते हैं।see
more....https://navbharattimes.indiatimes.com/india/corona-will-continue-to-be-strong-in-india-till-the-third-week-of-may-after-that-cases-will-decrease/articleshow/75214143.cms
Covid-19: देश में क्या उतर रहा कोरोना का ग्राफ? मुंबई में नए मामलों में 35 % कमी, दिल्ली में सिर्फ 17 नए केस !
Chandra Pandey | टाइम्स न्यूज नेटवर्क | Updated: 16 Apr 2020,
देश
में 15 april बुधवार को कोरोना वायरस के नए मामलों में करीब एक चौथाई की
कमी आई।
सबसे बुरी तरह प्रभावित मुंबई में 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसी
तरह दिल्ली में बुधवार को सिर्फ 17 नए केस आए जो पूरे अप्रैल महीने में
सिंगल डे केस का सबसे कम आंकड़ा है see
more...https://navbharattimes.indiatimes.com/india/coronavirus-in-india-curve-flattening-new-cases-dip-in-hotspots-delhi-mumbai-25-percent-drop-in-national-level/articleshow/75172364.cms
तब्लीगी जमातियों ने दिया झटका तो लॉकडाउन ने थामी कोरोना संक्रमण की रफ्तारPublish Date:Thu, 16 Apr 2020 09:57 AM (IST) लॉकडाउन
से एक सप्ताह पहले यानी 18 से 24 मार्च के बीच के आंकड़े पर यदि हम गौर
करें तो उस समय संक्रमितों की संख्या 3.3 दिन में दोगुनी हो रही थी, जबकि
लॉकडाउन के पहले सप्ताही यानी 25 से 31 मार्च के बीच मरीजों के दोगुनी होने
की दर पांच दिन तक खिंची see
more...https://www.jagran.com/news/national-tablighi-jamaat-blow-gave-lockdown-halts-corona-infection-jagran-special-20194710.html
अधिक वायु प्रदूषण क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर कोरोना से मरने का अधिक खतरा: शोध
पीटीआई, बोस्टन Updated Wed, 08 Apr 2020 06:35 PM IST
अधिक
वायु प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहने से कोविड-19 के कारण मौत होने का
अधिक जोखिम है। ऐसा अमेरिका में किए गए एक अध्ययन में दावा किया गया है।
हार्वर्ड
टी एच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने कहा कि शोध में सबसे
पहले लंबी अवधि तक हवा में रहने वाले सूक्ष्म प्रदूषक कण (पीएम2.5) और
अमेरिका में कोविड-19 से मौत के खतरा के बीच के संबंध का जिक्र किया गया
है। ये सूक्ष्म प्रदूषक कण कारों, रिफाइनरियों और बिजली संयंत्रों में see
more...https://www.amarujala.com/world/high-air-pollution-to-higher-coronavirus-death-rates-research
सितंबर में अपने चरम पर होगा Coronavirus, भारत की 58% आबादी हो सकती है संक्रमित: CM अमरिंदर Apr 11, 2020, 11:26 AM IST वीडियो
कांफ्रेंसिग के जरिए पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने एक
चौंकाने वाली बात कही. उन्होंने स्वास्थ्य विशेषज्ञों का हवाला देते हुए
कहा कि आने वाले समय में कोरोना वायरस से स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है
|उन्होंने कहा, ''हमारे कुछ सीनियर और टॉप मेडिकल ऑफिसर्स ने इस बात की
चिंता जलाई है कि ये महामारी सितंबर के मध्य तक अपने चरम पर होगी. इस वायरस
की वजह से देश की 58 प्रतिशत आबादी संक्रमित होगी, जबकि पंजाब के 80
प्रतिशत से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे." see
more...https://zeenews.india.com/hindi/india/states/cm-captain-amarinder-singh-says-covid-19-will-be-on-its-peak-by-mid-september/666176
प्राकृतिक है कोरोना वायरस, लैब में नहीं बनाया गया !
अमेरिका समेत कई देशों की मदद से हुए एक वैज्ञानिक शोध में दावा किया गया
है कि यह वायरस प्राकृतिक है। स्क्रीप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोध को नेचर
मेडिसिन जर्नल के ताजा अंक में प्रकाशित किया गया है। शोध को अमेरिका के
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ, ब्रिटेन के वेलकम ट्रस्ट, यूरोपीय रिसर्च
काउंसिल तथा आस्ट्रेलियन लौरेट काउंसिल ने वित्तीय मदद दी है तथा आधा दर्जन
संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल हुए।see more....https://www.livehindustan.com/health/story-coronavirus-covid19-is-natural-not-lab-made-according-to-research-3108806.html
कोरोना वायरस फ्रांस में लगातार कोहराम मचा
रखा है. कोरोना से निपटने के लिए यहां लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसके
तहत जब शोध हो रहा था तब गैर पीने योग्य पानी में नए कोरोना वायरस के
'माइनसक्यूल' सूक्ष्म निशान पाए गए !अमेरिका में एक बाघ में कोरोना पाया गया. वहीं कई जगहों में कुत्तों में
भी कोरोना के निशान मिले. अब फ्रांस की राजधानी पेरिस में पानी में कोविद-19 (COVID-19) पाया गया है.कोरोना
वायरस फ्रांस में लगातार कोहराम मचा रखा है. कोरोना से निपटने के
लिए यहां लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसके तहत जब शोध हो रहा था तब गैर
पीने योग्य पानी में नए कोरोना वायरस के 'माइनसक्यूल' सूक्ष्म निशान पाए
गए. यहां के एक अधिकारी सेलिया ब्लाउज के मुताबिक गैर पीने योग्य पानी में
कोरोना के बेहद ही बारीक निशान (Minuscule traces) मिले हैं.see more...
https://www.newsnationtv.com/world/news/coronavirus-new-threat-in-paris-due-to-covid-19-found-in-water-138826.html
तुमकुरू, 30 जून 2020, अपडेटेड 21:37 IST
चरवाहे को हुआ कोरोना वायरस, बकरियों और भेड़ों को सांस लेने में दिक्कत!
see more... https://aajtak.intoday.in/story/coronavirus-covid-19-sheep-sample-positive-tumkur-bengaluru-tstc-1-1205813.html
Edited By Shailesh Shukla | नवभारत टाइम्स | Updated:
तंजानिया
में बकरी और पपीता फल भी कोरोना पॉजिटिव, राष्ट्रपति ने कहा-टेस्ट किट सही
नहींकोरोना वायरस के ये सैंपल बकरी, पॉपॉ फल और भेड़ से लिए गए थे। सैंपल
को
जांच के लिए तंजानिया की लैब में भेजा गया, जहां बकरी और पॉपॉ फल कोरोना
पॉजिटिव निकले।see more...
https://navbharattimes.indiatimes.com/world/other-countries/goat-and-fruit-are-also-coronavirus-positive-in-tanzania-president-john-magufuli-said-test-kit-not-correct/articleshow/75546399.cms
Publish Date:Thu, 07 May 2020 09:07 PM (IST)कुत्तों और बल्लियों के बाद, अब ये जानवर भी पाया गया कोरोना वायरस पॉज़ीटिव
कुत्ते, बिल्ली, बाघ और शेर के कोरोना वायरस से शिकार होने के बाद अब
ऊदबिलाव (Mink) भी इस बीमारी से संक्रमित होने वाले जानवरों की लिस्ट में
शामिल हो गया है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, नीदरलैंड्स के एक फर फार्म
में दो ऊदबिलाव नए कोरोना वायरस यानी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए।
डॉक्टर हिचेंस ने कहा कि ऊदबिलाव का कोरोना वायरस से संक्रमित होना हैरान
करने वाली बात नहीं है। साल 2003 में जब SARS फैला था, तो कम से कम 16
प्रजातियां इसकी चपेट में आई थीं, जिसमें ऊदबिलाव, बिज्जू (palm civet),
चमगादड़, होर्सशू चमगादड़ की कई प्रजातियां, लाल लोमड़ी, जंगली सूअर, रैकून
और पाल्तू बिल्ली व कुत्ते जैसे जानवर शामिल थे।साल 2013 में ही ऊदबिलाव को पालना बैन कर दिया था
see
more...
https://www.jagran.com/lifestyle/health-coronavirus-in-animals-after-dogs-and-cat-now-mink-found-to-be-covid-19-positive-20250792.html
यदि
बदला कोरोना वायरस का स्वरूप तो बढ़ सकती है समस्या, 6 माह तक रखनी होगी
नजर !भविष्य में यदि कोरोना वायरस का
स्वरूप बदला तो ये पूरी दुनिया के लिए बड़ी समस्या बन सकता है। यदि ऐसा
नहीं हुआ तो इसकी वैक्सीन को बनाने में कम समय लगेगा।see more...
https://www.jagran.com/news/national-if-coronavirus-pattern-will-be-change-in-near-future-it-will-be-create-more-difficulties-for-world-jagran-special-20222784.html
Edited By Garima Singh | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: मरीजों पर ढीली पड़ रही है कोरोना की पकड़?
कोरोना
को लेकर इटली के एक सायंटिस्ट ने दावा किया था कि ताजा म्यूटेशन के बाद
कोरोना पहले जैसा खतरनाक नहीं रह गया है और इसकी पकड़ और गहनता में कमजोरी
देखने को मिल रही है।see
more...https://navbharattimes.indiatimes.com/lifestyle/health/after-mutation-coronavirus-loosing-potency-in-hindi/articleshow/76149529.cms
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला Updated Wed, 06 May 2020 06:50 AM IST कोरोना ‘बहुरूपिये’ की रफ्तार धीमी न होती तो ज्यादा खतरनाक होता संक्रमणsee
more...
https://www.amarujala.com/world/the-infection-would-have-been-more-dangerous-if-the-corona-polymorphism-had-not-slowed-down?pageId=2
Last Updated:
May 7, 2020, 1:50 PM IST
कोरोना स्वरूप बदल रहा है !
वायरस खुद को लंबे समय तक प्रभावी रखने के लिए लगातार अपनी जेनेटिक संरचना
में बदलाव लाते रहते हैं ताकि उन्हें मारा न जा सके. ये सर्वाइवल की
प्रक्रिया ही है, जिसमें जिंदा रहने की कोशिश में वायरस रूप बदल-बदलकर खुद
को ज्यादा मजबूत बनाते हैं. ये प्रक्रिया वायरस को काफी खतरनाक
बना देती है और ये जब होस्ट सेल यानी हमारे शरीर की किसी कोशिका पर हमला
करते हैं तो कोशिका कुछ ही घंटों के भीतर उसकी हजारों कॉपीज बना देती है.
यानी शरीर में वायरस लोड तेजी से बढ़ता है और मरीज जल्दी ही बीमारी की
गंभीर अवस्था में पहुंच जाता है !
रूप बदलने पर अगर वायरस खतरनाक हो जाए तो नई बनाई गई वैक्सीन उस पर असर
नहीं करेगी. यही बात पुराने हो चुके वायरस पर भी लागू होती है. जैसे
इंफ्लूएंजा की कई तरह की वैक्सीन बन चुकी हैं लेकिन चूंकि कोरोना फैमिली से
आने वाला ही इसका वायरस लगातार रूप बदलकर मजबूत हो रहा है, लिहाजा
इंफ्लूएंजा में कभी वैक्सीन काम करती है तो कभी नहीं. म्यूटेशन (बदलाव) होना वैक्सीन की प्रक्रिया पर असर डाल सकता है.
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में जीनोम टेक्नोलॉजी सेंटर की प्रोफेसर एड्रियाना
हेगेय कहती हैं कि वायरस सर्वाइव करने के लिए हरदम म्यूटेट होते रहते हैं
लेकिन इसका उनके फैलने या गंभीरता से संबंध नहीं है. इसी कड़ी में अमेरिका
के एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी ने भी दावा किया कि समय के साथ वायरस कमजोर
होगा और शरीर की इम्युनिटी उसका मुकाबला कर सकेगी, जैसा कि सार्स के दौरान
हुआ था, जब उसका जेनेटिक सीक्वेंस कमजोर पड़ता गया
अलग-अलग देशों, महाद्वीपों में इसके अलग-अलग प्रकार सामने आए हैं. ये अपने
रूप के अनुसार घातक से लेकर माइल्ड असर कर रहे हैं.चीन में भी Zhejiang
University के वैज्ञानिकों ने मिलती-जुलती स्टडी की.
इसके नतीजे बताते हैं कि दिसंबर से लेकर 5 महीनों के भीतर वायरस 30 रूप बदल
चुका है. इसका सबसे घातक रूप (deadliest virus) दूसरे वायरसों से 270 गुना
तेजी से बढ़ता है.see
more...https://hindi.news18.com/news/knowledge/coronavirus-mutation-more-dangerous-and-deadly-says-research-mrj-3089446.html
भारत में रूप बदल रहा है कोरोना, वैक्सीन की खोज को लग सकता है पलीता!
aajtak.in16 अप्रैल 2020ताइवान के नेशनल चेंग्गुआ यूनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशन के वी-लुंग वांग और
ऑस्ट्रेलिया में मर्डोक विश्वविद्यालय के सहयोगियों ने किया है. शोधकर्ताओं
का कहना है कि कोरोना वायरस के रूप बदलने पर यह पहली रिपोर्ट है जिससे
वैक्सीन की खोज पर खतरा मंडरा सकता है. . स्वरूप बदलने के
कारण संभव है कि इस वायरस की वर्तमान में बन रही वैक्सीन बेकार हो जाए.see
more...
https://aajtak.intoday.in/gallery/coronavirus-mutation-threatens-race-develop-vaccine-tlif-2-49024.html
वक्त के साथ-साथ कोरोना बीमारी का स्वरूप
भी बदलता हुआ दिख रहा है। तकरीबन एक महीने पहले कोरोना से ज्यादातर ऐसे
लोगों की मौतें हो रही थीं जो पहले से किसी अन्य बीमारी से भी ग्रस्त थे।
अब इन आंकड़ों में बदलाव आ रहा है। ऐसे लोगों के मरने का प्रतिशत बढ़ा है,
जिन्हें पहले से कोई बीमारी नहीं थी।see
more...https://www.livehindustan.com/national/story-people-with-no-symptoms-of-illness-are-now-dying-more-from-coronavirus-3188033.html
ट्वीट किया कि, 'खूबसूरत मिडवेस्ट में ठंडी हवाओं के चलते तापमान माइनस 60 डिग्री तक पहुंच गया है। ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आने वाले दिनों में और भी ठंडा होने की उम्मीद है। लोग एक मिनट के लिए भी बाहर नहीं आ पा रहे हैं। ग्लोबल वार्मिंग के साथ क्या हो रहा है?see more...https://hindi.oneindia.com/news/international/donald-trump-says-we-need-global-warming-as-extreme-cold-weather-490896.html