भाग्य से ज्यादा और समय से पहले किसी को न सफलता मिलती है और न ही सुख !
विवाह, विद्या ,मकान, दुकान ,व्यापार, परिवार, पद, प्रतिष्ठा,संतान आदि का सुख हर कोई अच्छा से अच्छा चाहता है किंतु मिलता उसे उतना ही है जितना उसके भाग्य में होता है और तभी मिलता है जब जो सुख मिलने का समय आता है अन्यथा कितना भी प्रयास करे सफलता नहीं मिलती है ! ऋतुएँ भी समय से ही फल देती हैं इसलिए अपने भाग्य और समय की सही जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को रखनी चाहिए |एक बार अवश्य देखिए -http://www.drsnvajpayee.com/
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Monday, March 4, 2013
रामायण ,भगवान श्री राम,श्री राम मंदिर, श्रीराम सेतु, वाजपेयी , डॉ. वाजपेयी
भगवान श्री राम कब प्रकट हुए थे इसका ज्योतिष आदि शास्त्रों की मदद से २१ लाख १५हजार१०८ वर्ष पहले का समय निश्चित किया गया है यह सन २ ० ० ८ तक की गणना है।
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