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Sunday, February 2, 2014

                                      जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद जी महाराज

      ये सच है कि जगद् गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद जी महाराज जी के अच्छे सम्बन्ध पहले से भी काँग्रेस पार्टी के साथ सुने जाते रहे हैं किन्तु उतना ही सच यह भी है वे हमारे हिन्दू धर्म के शास्त्रीय विधि से प्रमाणित शंकराचार्य हैं इस लिए जब तक वो इस पद पर हैं तब तक तो शंकराचार्य होने के नाते उनका सम्मान करना ही पड़ेगा वो यदि शंकराचार्य नहीं भी रहते हैं तो भी संत ,विद्वान एवं वयोवृद्ध होने का  होना चाहिए!
        जहाँ तक पत्रकार के द्वारा नरेंद्र मोदी के विषय में सवाल पूछने पर चाटा मारने की बात है यहाँ प्रथम दृष्टया उनकी गलती लगती  जरूर है किन्तु पत्रकार महोदय को भी तो उनसे इस प्रकार का प्रश्न नहीं करना चाहिए था! है  

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