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Wednesday, December 28, 2016

मायावती जी !लोकतंत्र को लूटकर इकठ्ठा की गई नेताओं की संपत्ति भी क्यों न पकड़ी जाए !

मायावतीजी !भाजपा केविरुद्ध आप कोर्ट जाइए किंतु जनता को तो ये बताइए कि आपका पैसा कहाँ से आया ? 
         इतना भारी अमाउंट अन्य दलितों के पास से क्यों नहीं निकला आपके भाई के पास ही क्यों ?क्या भाई भतीजों का घर भरने ही आप लोग आते हो राजनीति में !जनता जाए जहन्नुम में !केवल बातों के ही बताशे बनाते हो दलितों के लिए ! ये है दलितों के प्रति दिखावटी हमदर्दी !आप जैसे कपटी नेताओं के कारण ही हो रही है दलितों की ये दुर्दशा !दलितों के नाम पर माँगना अपने पास रख लेना बारी हमदर्दी !अरे! ये तो बताओ कि पैसा आपके भाई के पास ही क्यों इकठ्ठा हुआ अन्य दलितों के पास क्यों नहीं !ऐसी ठंढ में दलित ठिठुरते घूम रहे हैं आप सैकड़ों करोड़ लिए घूम रही रही हैं आखिर ये दलितों के किस काम आएगा जो दलितों के विकास के लिए इकठ्ठा किया गया है वो आपके भाई के पास क्यों दलितों के पास क्यों नहीं ?आप तो अपने को दलितों की नेता बताते नहीं थकती हैं नेता दलितों की और पैसा भाई के पास ।अब तो लगता है कि दलितों को भी धोखा ही दिया है आपने जनता आब आप पर भरोसा कैसे करे !
    मायावती जी !जब आपने पहला चुनाव लड़ा था तब कितना पैसा और कितनी संपत्तियाँ थीं आपके पास और आज कितनी हैं इसके  बीच में आप फुल टाइम राजनीति करती रहीं इसलिए कुछ और करने का सवाल ही नहीं उठता फिर ये सारी संपत्तियाँ ईमानदारी पूर्वक इकठ्ठा कैसे की गई हैं ?ईश्वर साक्ष्य करके आप दलितों को बताइए कि आपके पास इतना धन दौलत इकठ्ठा कैसे हुआ ? 
      मायावती जी !भाजपा और मोदी जी भी यदि आपको भ्रष्ट लगते हैं तो उनके विरुद्ध आप कोर्ट चले जाइए आपको किसने रोका  है । उनके भ्रष्टाचार को भी निकाल बाहर निकालकर लाइए किंतु जनता को तो ये बताइए कि आपके पास कहाँ से आया इतना पैसा ! आप दलितों की गरीबत के लिए ब्राह्मणों ठाकुरों और बनियों को दोषी ठहराते रहे और दलितों के विकास के लिए पैसे पास करते रहे और खुद खा जाते रहे !आपके जैसे दलितों के हमदर्द कपटी नेताओं के कारण ही तो दलितों का विकास आप लोगों के सहारे कभी हो ही नहीं सकता !

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