आधुनिक पूर्वानुमान जो गलत हुए !इसलिए पूर्वानुमान और मजाक
अज्ञात स्थितियों में तर्कपूर्ण आकलन (estimation) करने को
पूर्वानुमान करना
(Forecasting) कहते हैं। जैसे दो दिन बाद किसी स्थान के मौसम के बारे में
अनुमान लगाना, एक वर्ष बाद किसी देश की आर्थिक स्थिति के बारे में कहना आदि
पूर्वानुमान हैं। पूर्वानुमान के साथ अनिश्चितता और खतरा (Risk) का घनिष्ट
सम्बन्ध है। आधुनिक युग में पूर्वानुमान के अनेकानेक उपयोग हैं; जैसे -
ग्राहक की मांग की योजना बनाना।
कुछ पूर्वानुमान जो सत्य नहीं हुए
- रेलगाड़ी
के विकास ने विश्व भर में क्रांति ला दी, किन्तु इसे भी कई प्रकार के
विरोध का सामना करना पड़ा। यूनिवर्सिटी कालेज, लन्दन के विद्वान प्रोफेसर
डा लार्डर ने घोषणा की थी कि तेज गति से रेल यात्रा सम्भव नहीं है।
- हवा से भारी उड़ने वाली मशीनों का निर्माण असम्भव है : प्रख्यात वैज्ञानिक एवं वहाँ की रायल सोसायटी के अध्यक्ष लार्ड केल्विन
ने १८९५ में यह भविष्यवाणी की थी। किन्तु इंसान उड़ा और वह भी सन १९०३ में
ही। एडिसन ने भी इसके कुछ वर्ष पहले यह घोषणा की थी कि उड़ने वाली मशीन का
निर्माण सम्भव नहीं है।
- दुनिया में इससे बड़ा विमान कभी नहीं बनेगा : 1933 में
बोइंग 247 की उडा़न देखने के बाद बोइंग के एक इंजीनियर ने ये बात कही थी कि
इससे बड़ा विमान कभी नहीं बनेगा। उस विमान में 10 लोगों के बैठने की जगह
थी। इसी तरह 1904 में प्रोफेसर ऑफ स्ट्रेटजी मार्सेल फर्डिनांड फोच ने कहा
था कि एयरोविमान इंटरेस्टिंग खिलौने हैं, लेकिन युद्ध के लिए उनका कोई
इस्तमाल नहीं है।
- जब एडिसन विद्युत बल्ब बनाने की अपनी परियोजना पर काम कर रहे थे तब
ब्रिटिश पार्लियामेंट के विद्वान सांसदों की एक समिति ने मजाक करते हुए
कहा था कि यह चीज (विद्युत बल्ब) अटलांटिक के पार के हमारे मित्रों
(अमेरिकी लोगों) के लिये ठीक हो सकती है, लेकिन विज्ञान एवं व्यावहारिकता (फीजिबिलिटी) की समझ रखने वालों के ध्यान देने लायक नहीं है।
- जब ग्राहम बेल ने टेलीफोन
का आविष्कार किया तो तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रदरफोर्ड हेज ने इसका
प्रदर्शन देखकर कहा था कि 'आविष्कार तो ठीक है किन्तु इस चीज को भला कौन
इस्तेमाल करना चाहेगा?'
- पहला परमाणु विखण्डन करने वाले ब्रिटेन के महान वैज्ञानिक रदरफोर्ड ने कहा था कि इसमें निहित ऊर्जा बहुत ही कम है। इसको 'ऊर्जा स्रोत' के रूप में नहीं देखा जा सकता।
- टीवी ज्यादा दिनों का खेल नहीं है : अकेडमी सम्मान विनर
एक्टर, प्रोड्यूशर, डायरेक्टर डेरिल जानुक ने 1946 में कहा था कि टीवी
ज्यादा दिन नहीं चलेगा क्योंकि लोग प्लाइवुड के बॉक्स को घूरते-घूरते ऊब
जाएंगे। 1926 में अमेरिकी इनवेंटर ली डिफॉरेस्ट ने कहा था कि थ्योरिटिकली
तो टेलिविजन का चल पाना संभव है, लेकिन कारोबारी लिहाज से इसका चल पाना
नामुमकिन है। इसके बारे में सोचना बेवकूफी है।
- घर के लिए कंप्यूटर कौन खरीदेगा? : आज से लगभग 31 साल पहले
डिजिटल इक्विपमेंट कॉर्प के फाउंडर केन ओस्लॉन ने कहा था कि घरों में
कंप्यूटर की कोई जरूरत नहीं है। ऐसी भविष्यवाणी एक और आदमी ने की थी। उनका
नाम था थॉमस वाटसन और आईबीएम के चेयरमैन थे। उन्होंने 1943 में कहा था कि
दुनिया में पांच कंप्यूटर के लिए भी मार्केट नहीं है। लगभग 10 साल पहले
औरेकल के सीईओ लैरी एलिसन ने पीसी को विचित्र डिवाइस करार दिया था। लेकिन
आप जानते ही हैं कि पीसी हमारी जिंदगी का कितना महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया
है।
- 640 KB से ज्यादा मेमोरी की किसे जरूरत है? : ऐसा कहा जाता
है कि 1981 में बिल गेट्स ने कहा था कि किसी को भी अपने पर्सनल कंप्यूटर के
लिए इससे ज्यादा मेमोरी की जरूरत नहीं होगी। हालांकि 1996 में ब्लूमबर्ग
को दिए एक इंटरव्यू में बिल गेट्स ने इसका खंडन किया। उन्होंने कहा- मैंने
कुछ बेवकूफी की बातें और कुछ गलत बातें कही थीं। लेकिन 640 KB जैसी बात
नहीं कही थी। कंप्यूटर की दुनिया से जुड़ा कोई आदमी ये नहीं कह सकता कि
इतनी मेमोरी काफी होगी। सॉफ्टवेयर के शक्तिशाली होने और कंप्यूटर के फास्ट
होने के साथ मेमोरी की जरूरत बढ़ती जाएगी। बल्कि हर दो साल पर मेमोरी की
जरूरत दोगुनी हो जाएगी।
- यू-ट्यूब (YouTube) चलेगा नहीं : ये बात यूट्यूब के किसी
कंपिटिटर ने नहीं, इसके को-फाउंडर स्टीव चेन ने मार्च 2005 में कही थी।
उनका कहना था कि मैं जितने वीडियो देखना चाहता हूं, उतने वीडियो हैं ही
नहीं। उस समय यू ट्यूब पर सिर्फ 50 वीडियो थे। दो साल बाद यूट्यूब पर 1.32
लाख वीडियो आ गए। यूट्यूब का जादू ऐसा चला कि गूगल ने 1.65 अरब डॉलर के
शेयर देकर यूट्यूब को खरीद लिया। हाल ही में एक नामी एनालिस्ट संदीप
अग्रवाल ने अंदाजा लगाया है कि इस वीडियो साइट से इस साल 180 से 200 अरब
डॉलर की कमाई होगी।
- आईपॉड? एक साल से पहले ही खत्म हो जाएगा : ये बात ज्यादा
पुरानी भी नहीं है। एम्सस्टार्ड के फाउंडर सर एलेन माइकेल सुगर ने फरवरी
2005 में कहा था कि आईपॉड अगले क्रिसमस तक अपनी मौत मर जाएगा। दरअसल
एम्सस्टार्ड और एप्पल कंप्यूटर्स में पर्सनल कंप्यूटर मार्केट पर कब्जा
जमाने की जंग छिड़ी हुई थी। आप देख ही रहे हैं कि आईपॉड इस समय दुनिया का
सबसे पॉपुलर गैजेट्स है
- और दुनिया इसकी दीवानी है। अक्टूबर में दनिया में 1.1 करोड़ आईपॉड बिके।
- स्पैम की समस्या खत्म हो जाएगी (बिल गेट्स, २००४ में)
- चीन में eBay का बोलबाला होगा
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