व्याकरणाचार्य,ज्योतिषाचार्य,
एम.ए. हिंदी ,पी.जी.डी. पत्रकारिता
एम.ए. हिंदी ,पी.जी.डी. पत्रकारिता
पी.एच.डी. हिंदी (ज्योतिष)
द्वारा- काशी हिंदू विश्वविद्यालय )
शोधविषय :"तुलसी साहित्य का ज्योतिषशास्त्र की दृष्टि से अनुशीलन !"
मेरे द्वारा वेदवैज्ञानिक पद्धति से किए जा रहे अनुसंधान कार्य -
- जिनपरिवारों,समूहोंकंपनियों,संस्थाओं,संगठनों,राजनैतिकदलों,सरकारों और कार्यों को कुछ लोग पसंद करते हैं उन्हीं से कुछ दूसरे लोग घृणा कर रहे होते हैं| एक समय तक पसंद करते हैं उसके बाद घृणा करने लगते हैं क्यों ?
- मित्र और शत्रु तो अच्छे बुरे दोनों प्रकार के लोगों के होते हैं ! किसी की किसी से मित्रता का आधार अच्छाई बुराई होती है !स्वार्थ होता है या इसके अतिरिक्त कुछ और है और वो क्या है ?
- अच्छी से अच्छी चिकित्सा सुविधाएँ पाने वाले या दूसरे चिकित्सा सुविधाओं से पूरी तरह बंचित लोग !रोगी दोनों प्रकार के लोग होते हैं रोगी होकर स्वस्थ भी दोनों प्रकार के लोग होते हैं!मृत्यु जैसी घटनाएँ भी दोनों प्रकार के लोगों में देखी जाती हैं क्यों? जीवन पर चिकित्सा का प्रभाव कितना है?
- भूकंप,आँधीतूफ़ान,वर्षा और महामारी जैसी घटनाओं के घटित होने का कारण क्या है ?ऐसे प्राकृतिक परिवर्तन क्यों होते हैं कब होते हैं?
- महामारियों या भूकंप आदि प्राकृतिकदुर्घटनाओं से पीड़ित होकर भी उनमें से कुछ सुरक्षित कुछ घायल और कुछ की मृत्यु हो जाती है |उन सभी के साथ एकसमय में एक ही घटना घटित होने के बाद परिणाम तीन प्रकार के क्यों ?
तत्कालीन पता :
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कृष्णा नगर,
दिल्ली-110051
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ई - मेल : vajpayeesn @gmail.com
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