भाग्य से ज्यादा और समय से पहले किसी को न सफलता मिलती है और न ही सुख !
विवाह, विद्या ,मकान, दुकान ,व्यापार, परिवार, पद, प्रतिष्ठा,संतान आदि का सुख हर कोई अच्छा से अच्छा चाहता है किंतु मिलता उसे उतना ही है जितना उसके भाग्य में होता है और तभी मिलता है जब जो सुख मिलने का समय आता है अन्यथा कितना भी प्रयास करे सफलता नहीं मिलती है ! ऋतुएँ भी समय से ही फल देती हैं इसलिए अपने भाग्य और समय की सही जानकारी प्रत्येक व्यक्ति को रखनी चाहिए |एक बार अवश्य देखिए -http://www.drsnvajpayee.com/
Pages
▼
Saturday, March 15, 2014
केजरीवाल जी कहते हैं कि मोदी के प्रचार में जुटा है मीडिया ! लेकिन क्यों ?
केजरीवाल जी !केवल पुण्यवान व्यक्ति के ही झूठ को भी समर्थन मिलता है वह भी तब तक जब तक पुण्य पास होते हैं किन्तु वास्तव में पूजा तो सदैव सत्य ही जाता है !
अरविन्द केजरीवाल जी! इसमें आश्चर्य क्या है ! सच का साथ सभी हमेंशा देते हैं इसीलिए जब तक आपके पास पुण्य और सच रहे तब तक आप पर भरोसा रहा जनता एवं मीडिया का और आपको उठाए फिरता रहा मीडिया ! अब उसी मीडिया को आपके पुण्य क्षीण होते दिख रहे हैं तो मीडिया आपको अच्छी लगने वाली बातें नहीं बोल पा रहा है!इसलिए आप मीडिया पर अकारण क्रोध क्य़ों कर रहे हैं ये तो आपके अच्छे बुरे कर्मों एवं पुण्यों के अभाव का ही प्रभाव है। पुण्यों के अभाव में ही आपको सबसे ठेस लग रही है यह सब पुण्यों का अभाव और आपके विपरीत समय का ही दोष है !
जानीहि सत्यं जगत् सारमेतत् मृषा भाषितं यद् भवान् पुण्य क्षीणः | इयं केजरीवाल जी कालक्रीडा सदा क्षीणपुण्यं देवतापि त्यजन्ति ||
-डॉ.शेष नारायण वाजपेयी
केजरीवाल जी! आप तो सुशिक्षित हैं आपको पता ही होगा कि जो आपके द्वारा जाने अनजाने में उन अन्ना जी को ठेस लगी होगी जो आपको ही सब कुछ मानते थे, इसी प्रकार से जनता को जो आश्वासन जिस रूप में आपने दिए वे पूरे नहीं कर सके इसीप्रकार से सादा जीवन जीने की प्रतिज्ञा करके जो बिलासिता के वैभव एकत्रित करने लगे इन सब बातों से झूठ और छल नाम का जो दोष आपको लगा है उससे आपके संचित पुण्य क्षीण हुए हैं। महोदय !ये सब तो समय और उन्हीं पुण्यों का ही खेल है इसमें मीडिया का क्या दोष ?पुण्य क्षीण होने पर तो देवता भी साथ छोड़ देते हैं मीडिया किस खेत की मूली है !
No comments:
Post a Comment