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Sunday, April 24, 2022

MAHA MAARI

माननीय प्रधानमंत्री जी | आपने #MannKiBaat में गणित विज्ञान की इतनी प्रशंसा की आपका बहुत बहुत आभार !महोदय आपकी सरकार के मंत्रालय या संबंधित विभाग यहाँ तक कि पीएमओ ऐसी बातों के विषय में रूचि नहीं ले रहा है| मौसम एवं महामारी के विषय में अनुमान या पूर्वानुमान लगाने के लिए गणित विज्ञान सबसे उचित माध्यम है | 

 महोदय, गणित विज्ञान के द्वारा पिछले 20 वर्षों से मैं मौसम संबंधी घटनाओं एवं रोगों के विषय में अनुसंधान करता आ रहा हूँ | उसके आधार पर सटीक पूर्वानुमान भी लगाता आ रहा हूँ जिन्हें आपकी मेल पर हर महीने भेजता भी हूँ वे सही भी निकलते हैं | फिर भी #MannKiBaat में सरकार ध्यान नहीं दे रही है क्यों ?

   कोरोना महामारी की प्रत्येक लहर के आने और जाने की स्पष्ट तारीखों के विषय में मैं आगे से आगे पूर्वानुमान लगाकर आपकी मेल पर भेजता रहा हूँ उस पर ध्यान दिया जाता तो काफी सहयोग मिल सकता था किंतु आपकी #MannKiBaat में सरकार में  गणित के आधार पर लगाए गए पूर्वानुमानों को कोई महत्त्व नहीं दिया गया | 

 श्रीमान जी ! गणितविज्ञान के अतिरिक्त कोई दूसरा विज्ञान है ही नहीं जिसके द्वारा महामारी को उसकी लहरों को एवं पूर्वानुमानों को लगाना संभव हो इसके बाद भी गणितविज्ञान को नहीं सुना जा रहा है |ये काफी चिंता की बात है | #MannKiBaat में इधर ध्यान दिया जाना चाहिए | 

    मान्यवर,महामारी का कोई भी रहस्य वैज्ञानिक अनुसंधानों के द्वारा अभी तक उद्घाटित नहीं किया जा सका है | महामारी के विषय में वैज्ञानिकों के द्वारा जितने भी अनुमान या पूर्वानुमान लगाए गए हैं वे सारे गलत निकलते रहे हैं जबकि #MannKiBaat में वैदिकविज्ञान के द्वारा इस विषय में बहुत मदद मिल सकती है | 

    श्रद्धेय !#MannKiBaat में जिस गणित विज्ञान की सफलता के बल पर भारत पहले कभी विश्व गुरु था | वह अवसर आज पुनः उपस्थित है महामारी से संपूर्ण विश्व त्रस्त है | अनुमान या पूर्वानुमान के नाम पर विश्व वैज्ञानिक समुदाय खाली हाथ खड़ा हुआ है ऐसे में आपको भेजी गई हमारी मेलें बड़ी भूमिका निभा सकती हैं|


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