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Monday, April 25, 2022

purane anumaan (l उपयोग हो chuका )

 

2 अप्रैल 2020,चीनसरकार द्वारा कोरोना वायरस को लेकर बनाई गई मुख्य टीम के प्रमुखवैज्ञानिक  डॉ. झॉन्ग नैनशैन ने कहा कि 4 हफ्तों में कम होंगे कोरोना वायरस के मामले |चीन के सबसे बड़े कोरोना वायरस एक्सपर्ट ने दावा किया है कि अगले चार हफ्तों में पूरी दुनिया बदल जाएगी. मतलब पहले जैसी हो जाएगी. कोरोना वायरस के नए मामलो में कमी आएगी.यह चीन के सबसे बड़े कोरोना वायरस एक्सपर्ट ने दावा किया है |

18 अप्रैल 2020 'टाइम्स फैक्ट -भारत में मई के तीसरे हफ्ते तक ही जोर मारेगा कोरोना, उसके बाद मामले घटने के आसार हैं | इंडिया आउटब्रेक रिपोर्ट' में भारत में कोरोना की कुछ संभावनाओं का अनुमान लगाया गया है,  यह स्टडी ग्लोबल कंसल्टिंग फर्म प्रोटिविटी और टाइम्स नेटवर्क ने की है।

25 अप्रैल 2020,विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेड्रोस ए गेब्रेयेसस ने वर्चुअल प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि, 'कई देशों में महामारी अभी शुरुआती चरण में है और जहां से महामारी की शुरुआत हुई थी वहां दोबारा मामले दिखने लगे हैं. हमें बहुत आगे जाना है और यह सुनिश्चित करें कि कोई गलती न हो. यह वायरस हमारे साथ लंबे समय तक रहेगा.'

  25 अप्रैल 2020,सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन  ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से जुटाए गए आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद यह दावा किया गया है.कि हिंदुस्तान से कोरोना वायरस 20 मई 2020 तक खत्म होने का अनुमान है. भारत के साथ ही अलग-अलग देशों में भी कोरोना वायरस जल्द ही खत्म होने वाला है.| 

25 अप्रैल 2020-भारत में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए बने टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने उम्मीद जताई है कि 30 अप्रैल के बाद देश में कोरोना संक्रमण में गिरावट का दौर शुरू हो सकता है। उन्होंने अब तक के आंकड़ों के विश्लेषण के जरिए भविष्य के लिए प्रोजेक्शन ग्राफ पेश कर बताया कि 30 अप्रैल तक देश में कोरोना का संक्रमण अपने चरम पर होगा और उसके बाद इसमें गिरावट का दौर शुरू होगा। 

26 अप्रैल 2020 कानपुर आईआईटी में फिजिक्स विभाग के प्रोफेसर महेंद्र वर्मा ने अपने सहयोगियों सौम्यदीप चैटर्जी, असद अली, शाश्वत भट्टाचार्या और शादाब आलम की मदद से दुनिया भर के देशों के कोरोना पॉजिटिव मामलों और हुई मौतों के आधार पर गणितीय अध्ययन किया। उन्होंने आकलन के लिए वर्ल्ड मीटर वेबसाइट का सहारा लिया। इससे कई तरह के निष्कर्ष सामने आए हैं। जिसके आधार पर आईआईटी कानपुर ने खुलासा किया है कि भारत जल्द ही कोरोना संकट से उबरेगा | 

26 अप्रैल 2020 -सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि दुनिया से कोरोन वायरस 9 दिसंबर तक खत्म हो जाएगा. उन्होंने भारत (India) के बारे में भी एक अनुमान लगाते हुए कहा है कि भारत से 26 जुलाई तक कोरोना के पूरी तरह से खत्म होने की संभावना है.सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन के शोधकर्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ड्रिवेन डेटा एनालिसिस के जरिये दुनिया को एक उम्मीद की किरण दिखाई है |

 

6 मई 2020 क्या कोरोना की दवा मिल गई है? बताया जा रहा है कि भारत में कोरोना वायरस का काम तमाम करने वाली वैक्सीन और दवा बनाने का काम अंतिम चरण में है.

7मई2020-इटली ने कहा है कि उसने कोरोना की वैक्सीन बना ली है और जल्दी ही कोरोनावायरस को रोक दिया जायेगा.रोम के लजारो स्पालनजानी नैशनल इंस्टिट्यूट फॉर इन्फेक्शन डिजिज के शोधकर्ताओं ने बताया कि कोरोना के एंटी बॉडी को ढूंढ़ लिया गया है जिस का पहले चूहे पर उपयोग किया गया उसके बाद मनुष्य पर. दोनों पर एंटी बॉडी का प्रयोग सफल रहा | 

7मई2020-एम्‍स के डायरेक्‍टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि जांच नमूने की डाटा का अध्‍ययन करने के बाद यह कहा जा सकता है कि भारत में यह बीमारी जून-जुलाई के महीने में अपने चरम पर होगी।

 

9 मई 2020,स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरना का ग्राफ जल्द ही न केवल फ्लैट होगा बल्कि रिवर्स भी हो जाएगा। 

14  मई 2020-विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि  COVID-19 हमारे आस-पास लंबे समय तक रह सकता है और यह भी हो सकता है कि कभी न जाए | 

27 मई 2020को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशीष झा ने बताया कि कोरोना वायरस  2021 तक रहने वाला है | 

 

1 जून  2020- इटली के टॉप डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वायरस धीरे-धीरे अपनी क्षमता खो रहा है, इसीलिए अब उतना जानलेवा नहीं रह गया है।जेनोआ के सैन मार्टिनो अस्पताल में संक्रामक रोग प्रमुख डॉक्टर मैट्टेओ बासेट्टी ने ये जानकारी न्यूज एजेंसी ANSA को दी कि बिना वैक्सीन के ही अब कोरोना खत्म हो जाएगा |  

4 जून 2020-खत्म हो रहा कोरोना? मरीजों की कमी से वैज्ञानिकों की बढ़ी चिंता, वैक्सीन ट्रायल के लिए  वॉलेंटियर नहीं मिल रहे !अमेरिका और यूरोप के वैज्ञानिकों का कहना है कि सख्ती से लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग लागू होने के बाद मामलों में कमी आई है। ऐसे में अब यहां वैक्सीन ट्रायल के लिए हॉटस्पॉट की कमी होती जा रही है। बताया जा रहा है कि इस कमी की वजह से वैक्सीन का ट्रायल प्रभावित हो सकता है।

15 जून 2020 - चेन्नई के वैज्ञानिक न्यूक्लियर और अर्थ साइंटिस्ट डॉ. केएल सुंदर कृष्णा का दावा है कि सूर्यग्रहणऔर कोरोना वायरस के बीच कनेक्शन है | इसीलिए पिछले साल 26 दिसंबर 2019 को लगने वाले सूर्यग्रहण से कोरोना प्रारंभ हुआ तथा और आने वाले 21 जून 2020 के सूर्यग्रहण के दिन लगने वाले ग्रहण से कोरोना वायरस समाप्त हो जाएगा ।

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1 अप्रैल 2020,कोरोना वायरस की कोई दवा नहीं फिर भी देश में कैसे ठीक हो रहे हैं लोग?

1 अप्रैल 2020,विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है जो 60 साल या इससे अधिक उम्र के हैं।

 8 अप्रैल 2020 -हार्वर्ड टी एच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने कहा कि शोध में पाया कि वायु प्रदूषण में छोटी सी वृद्धि भी कोविड-19 से मृत्यु दर को बढ़ा सकती है। अध्ययन में पाया गया है कि उदाहरण के लिए, कोई व्यक्ति जो पीएम2.5 के उच्च स्तर वाले काउंटी में दशकों से रहता है, उसके कोविड-19 से मरने का खतरा उन लोगों से 15 प्रतिशत ज्यादा है, जो कम प्रदूषण वाले क्षेत्र में रहते हैं।

26 अप्रैल 2020वायु प्रदूषण के कणों पर कोरोना वायरस का चला पता, ज्यादा प्रदूषित इलाके में देखा गया उच्च संक्रमण|  पिछले अध्ययनों से पता चला है कि वायु प्रदूषण के कण रोगाणुओं को पनाह देते हैं 
20-4--2020 पेरिस की सीन नदी और अवर्क नहर के पानी में कोरोना कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है !
28अप्रैल 2020 हवा में पाया गया कोरोना का जेनेटिक मटेरियल, कैसे कम होगा जोखिम, चीन के वैज्ञानिकों ने हवा में कोरोना वायरस की आनुवंशिक सामग्री की उपस्थिति पता लगाया है। लेकिन, वे कहते हैं कि यह स्पष्ट नहीं है कि इन वायरल कणों से बीमारी हो सकती है या नहीं। 
23 -4-2020कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल आज से ब्रिटेन में शुरू, वैज्ञानिकों को 80 फीसदी सफलता की उम्मीद
7 मई 2020-विश्व स्वास्थ्य संगठन में आपात स्थितियों के प्रमुख डॉक्टर माइकल रायन ने कहा है कि WHO को भरोसा है कि कोरोना वायरस प्राकृतिक रूप से पैदा हुआ है।
27 मई 2020को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशीष झा और स्वीडन के प्रोफेसर जोहान से बात की | प्रोफेसर झा ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से आप वायरस को धीमा कर सकते हैं. अगर वायरस को रोकना है तो सिर्फ जो पीड़ित हैं, उनको उनको समाज से अलग कर सकते हैं | कोरोना को लेकर कई तरह के सबूत हैं कि मौसम फर्क डालता है, कोरोना गर्मी से ये रुक जाएगा,ऐसा तर्क देना पूरी तरह सही नहीं है| प्रोफेसर झा: कोरोना की वजह से दुनिया का ऑर्डर बदल ही गया है, यूरोप के बड़े देश और अमेरिका जैसे देश आज कोरोना के खिलाफ लड़ाई को हार रहे हैं.|
7 मई 2020-कोरोना मरीजों के नियमित संपर्क में रहने वाले लोगों को भी संक्रमण नहीं हो रहा है। झारखंड के कई मरीजों के साथ ऐसे मामले मिले हैं। नियमित संपर्क में रहने वाले लोगों को भी संक्रमण नहीं होते देख डॉक्टर हैरान हैं। उनके लिए कोरोना का असर और संक्रमण अबूझ पहेली बने हुए है। रिम्स के मेडिसिन विभाग के एचओडी प्रो डॉ जेके मित्रा कहते हैं कि कोरोना का असर और संक्रमण के लक्षण समझ में ही नहीं आ रहे हैं। यह शोध का विषय है। इसको लेकर ऑब्जर्वेशन किया जा रहा है।9 अप्रैल को महिला का पति, तीन बेटा, एक बहु और एक पोता (परिवार के पांच लोग) पॉजिटिव पाए गए। दो दिन बाद पति की कोरोना से मौत हो गई। इसके तीन दिन बाद महिला की भी मौत हो गई। लेकिन अचरज की बात यह है कि महिला का दूसरा पोता और एक बहु को संक्रमण छू न सका। जबकि ये लोग भी साथ रहते थे। पॉजिटिव पाए गए चार सदस्य भी ठीक हो चुके हैं।  

 5 मई 2020-इजरायल के रक्षा मंत्री का दावा, हमने बना ली है कोरोना की वैक्सीन !रक्षा मंत्री नैफ्टली बेन्नेट ने सोमवार को कहा कि मुझे बायोलॉजिकल इंस्‍टीट्यूट के कर्मचारियों पर गर्व है, जिन्होंने एक बड़ी सफलता हासिल की है।

18 मई-बांग्लादेशी डॉक्टरों ने किया कोरोना की दवा ढूंढने का दावा, बोले- ठीक हो रहे मरीज | बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के डॉक्टर मोहम्मद तारिक आलम ने बताया कि इस दवा से कोरोना वायरस के 60 मरीज ठीक हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दो दवाओं के मिश्रण से बनी इस नई दवा का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है।

 26 अप्रैल 2020 09:53 AM ISTदुनिया इस समय कोविड-19 महामारी से लड़ रही है। वहीं एक अच्छी खबर यह है कि पृथ्वी के बाहरी वातावरण की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार ओजोन परत पर बना सबसे बड़ा छेद स्वत: ही ठीक हो गया है। वैज्ञानिकों ने पुष्टि है कि आर्कटिक के ऊपर बना दस लाख वर्ग किलोमीटर की परिधि वाला छेद बंद हो गया है। इसके बारे में वैज्ञानिकों को अप्रैल महीने की शुरुआत में पता चला था। माना जा रहा था कि ये छेद उत्तरी ध्रुव पर कम तापमान के परिणामस्वरूप बना था। ओजोन की यह परत सूर्य से आने वाली खतरनाक पराबैंगनी किरणों से पृथ्वी की रक्षा करती है। 

7 मई 2020कोरोना वैक्सीन पर अमेरिका से आई Good News! मरीजों पर शुरू हुआ क्लिनिकल ट्रायल

नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना के सामने पूरी दुनिया बेबस है. संक्रमण का इलाज खोजने के लिए दिन रात काम चल रहा है. वैक्सीन और दवा की खोज तो कई देशों में चल रहा है. इटली और इजराइल ने तो वैक्सीन बनाने का दावा भी कर दिया है.अमेरिका में क्लिनिकल ट्रायल शुरू 
कोरोना की तबाही ने सुपरपावर अमेरिका को परेशान कर दिया है. जहां सबसे ज्यादा वैक्सीन पर रिसर्च किए जा रहे हैं. इस बीच अच्छी ख़बर अमेरिका से भी आई है. जहां की दवा कंपनी ने क्लिनिकल ट्रायल पहले अमेरिकी मरीज पर शुरू कर दिया है. यूएस की दवा कंपनी और उसके जर्मन पार्टनर ने कहा है कि अगर क्लीनिकल ट्रायल में वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावशाली साबित होता है तो पूरी दुनिया के लिए मील का पत्थर साबित होगा. 
कोरोना वैक्सीन पर अमेरिका से आई 'गुड न्यूज़'!कंपनी को उम्मीद है कि अक्टूबर महीने तक उसे अमेरिकी फूड और ड्रग विभाग से मान्यता मिल जाएगी जिसके बाद साल के अंत तक 20 मिलियन डोज उपलब्ध करा पाएगी और अगले साल तक 100 मिलियन डोज उपलब्ध कराएगी. कंपनी के मुताबिक मई के आखिर तक एक्सपर्ट सेफ्टी डाटा तैयार कर लेंगे. 
इजरायल ने भी वैक्सीन पर किया बहुत बड़ा दावा-इटली, इजरायल और अमेरिका समेत दुनिया के कई और देशों में भी कोरोना के खिलाफ  वैक्सीन की तैयारी चल रही है. इजरायल के खुफिया लैब ने तो वैक्सीन बना लेने का दावा भी किया है. खुद वहां के रक्षा मंत्री ने इस बात का दावा किया है.आपको बता दें, दुनिया भर में वैक्सीन की खोज कुल 115 जगहों पर हो रही है. इसके अलावा वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल भी दुनिया में 6 जगहों पर किया जा रहा है. जबकि विश्व में वैक्सीन की इंसानों पर जांच 2 जगहों पर की जा रही है. वैक्सीन की इंसानों पर जांच अमेरिका-ब्रिटेन में की जा रही है. अनुमान लगाया जा रहा है कि 12-18 महीने का समय वैक्सीन बनने में लग सकता है.
 
जलवायु परिवर्तन रिपोर्ट पर ट्रंप: 'मुझे विश्वास नहीं होता'

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जलवायु परिवर्तन से विनाशकारी प्रभावों की अपनी ही सरकार की चेतावनी की एक रिपोर्ट पर संदेह जताया है।

व्हाइट हाउस के बाहर अनियंत्रित ग्लोबल वार्मिंग के विषय में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा: "मुझे इस पर विश्वास नहीं है।" कि जलवायु परिवर्तन से अमेरिका को सालाना सैकड़ों अरबों डॉलर का नुकसान होगा और स्वास्थ्य को नुकसान होगा। जबकि दुनिया के प्रमुख वैज्ञानिक इस बात से सहमत हैं कि जलवायु परिवर्तन मानव-प्रेरित है और चेतावनी देते हैं कि तापमान में प्राकृतिक उतार-चढ़ाव मानवीय गतिविधियों से बढ़ रहे हैं।





 

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