@RajatSharmaLive जी ! ट्रेन के टाइमटेबल की तरह ही मुहूर्त होता हैजैसे हर समय ट्रेन नहीं चलती उसी प्रकार से हर समय हर काम करने का मुहूर्त नहीं होता | मुहूर्त बिना देखे काम करने वालों को काम होने लायक समय आने तक का इंतजार करना पड़ता है मुहूर्त देखकर काम करने से काम तुरंत बनना शुरू हो जाता है |
@RajatSharmaLive जी ! बिना समय सारिणी पता किए जो लोग स्टेशन पर आ जाते हैं उन्हें ट्रेन आने तक के समय की प्रतीक्षा करनी होती है|जिन्हें समय सारिणी विषय में पता होता है वे समय से आते और तुरंत ट्रेन में बैठ कर चले जाते हैं | उसी प्रकार से अच्छे मुहूर्त का समय होता है और वो कभी कभी आता है |
@RajatSharmaLive जी ! प्रकृति और जीवन में अच्छे मुहूर्त (समय) में अच्छी घटनाएँ और बुरे समय में बुरी घटनाएँ घटित होती हैं |मध्यमवर्गीय लोग अच्छे मुहूर्त (समय) की खोज करते हैं ताकि उनके काम में रुकावट न आए वे उधार धन लेकर व्यापार खड़ा करते हैं इसलिए वे कोई रिस्क नहीं लेना चाहते !
@RajatSharmaLive जी ! प्रकृति और जीवन में अच्छे मुहूर्त (समय) में अच्छी घटनाएँ और बुरे समय में बुरी घटनाएँ घटित होती हैं |मध्यमवर्गीय लोग अच्छे मुहूर्त (समय) की खोज इसलिए करते हैं ताकि उनके काम में कोई रुकावट न आए वे उधार व्यवहार धन लेकर व्यापार खड़ा करते हैं इसलिए वे कोई रिस्क नहीं लेना चाहते !
@RajatSharmaLive जी ! प्रत्येक
व्यक्ति का मुहूर्त (समय) ही भाग्य है कर्म हमेंशा भाग्य के अनुशार ही
फल देता है | बहुत लोग दिन रात परिश्रम करते हैं फिर भी भाग्य के बिना उनका
जीवन संघर्ष करते करते बीत जाता है जबकि कुछ भाग्यवान लोग सामान्य
प्रयासों से ही सफलता के शिखर चूमने में सफल हो जाते हैं क्योंकि भाग्य
उनका साथ दे रहा होता है |
विज्ञान के बिना
@RajatSharmaLive जी ! मौसमसंबंधी पूर्वानुमान लगाने की प्रक्रिया में आधुनिक विज्ञान की कोई भूमिका ही नहीं है उपग्रहों रडारों से बादलों की जासूसी कर लेने में विज्ञान कहाँ है ?मुहूर्त विज्ञान वास्तव में विज्ञान है जिसके आधार मौसम संबंधी घटनाओं का सही सही पूर्वानुमान हजारों वर्ष पहले लगा लिया जाता है |
मुहूर्त (समय) विज्ञान वह विज्ञान है जिसको समझे बिना महामारी का पूर्वानुमान आज तक नहीं लगाया जा सका है | इसीलिए महामारी का पूर्वानुमान लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने जितनी भी भविष्यवाणियाँ की हैं वे सारी झूठी निकली हैं जबकि हमने जो भी पीएमओ की मेल पर भेजी हैं वे सभी सही निकली हैं !
मुहूर्त (समय) विज्ञान के बिना महामारी मौसम एवं भूकंपों को समझना संभव ही नहीं है | पूर्वानुमान लगाने के लिए तो कोई विज्ञान है ही नहीं फिर भी ऐसेविषयों पर झूठ बोला जाता है | ये दस दिन पहले का मौसम पूर्वानुमान नहीं लगा सकते और हम दस हजार
महामारी के विषय में 19 मार्च 2020 कि मेल में ही मैंने पीएमओ को भेज दिया था आप मेल भेजें तो आपको भी काफी कुछ
को न मानना ही है |
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