क्या आप भी मिटाना चाहते हैं अंध विश्वास ! यदि हाँ तो कीजिए ज्योतिष जन जागरण का पुनीत कार्य !
ज्योतिष अत्यंत कठिन विज्ञान है इसीलिए ज्योतिष को सब्जेक्ट रूप में पढ़ाने के लिए बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी जैसे बड़े विश्व विद्यालयों ने M.A., Ph.D. आदि ज्योतिष में करने की व्यवस्था की गई है फिर भी जो लोग अध्ययन हेतु वर्षों तक कठोर परिश्रम नहीं करना चाहते ऐसे लोग बिना पढ़े लिखे ही ज्योतिष के नाम पर झूठे दावे किया करते हैं ऐसे अंध विश्वास फैलाने वाले लोगों से बचकर ज्योतिष विद्वानों की भी ज्योतिष डिग्रियाँ देखकर तब कीजिए उनपर विश्वास !
भविष्य विज्ञान - भविष्य में आने वाले अच्छे बुरे समय को जानने के लिए ज्योतिषशास्त्र को छोड़कर और कोई विद्या नहीं है !
क्या आप भी मिटाना चाहते हैं अंध विश्वास ! यदि हाँ तो कीजिए ज्योतिष जन जागरण का पुनीत कार्य !
ज्योतिष अत्यंत कठिन विज्ञान है इसीलिए ज्योतिष को सब्जेक्ट रूप में पढ़ाने के लिए बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी जैसे बड़े विश्व विद्यालयों ने M.A., Ph.D. आदि ज्योतिष में करने की व्यवस्था की गई है फिर भी जो लोग अध्ययन हेतु वर्षों तक कठोर परिश्रम नहीं करना चाहते ऐसे लोग बिना पढ़े लिखे ही ज्योतिष के नाम पर झूठे दावे किया करते हैं ऐसे अंध विश्वास फैलाने वाले लोगों से बचकर ज्योतिष विद्वानों की भी ज्योतिष डिग्रियाँ देखकर तब कीजिए उनपर विश्वास !और देखिए यह लिंक - -http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_10.html
पाखंड मुक्त ज्योतिष जन जागरण हेतु एवं सभीप्रकार के अंध विश्वास को मिटाने में आप भी सहभागी बनें !
बंधुओ ! बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी जैसे बड़े विश्व विद्यालयों में ज्योतिष को सब्जेक्ट रूप में पढ़ा कर M.A., Ph.D. आदि शिक्षा की व्यवस्था मेडिकल की शिक्षा की तरह ही है !इसलिए डॉक्टरों की तरह ही ज्योतिषियों की योग्यता का परीक्षण भी ज्योतिष सब्जेक्ट में ली गई उनकी डिग्रियों को चेक करके करें !ऐसा करते समय डिग्री और डिप्लोमा के अंतर एवं विश्वविद्यालय की प्रामाणिकता पर अवश्य ध्यान दें !ऐसा न करने का अर्थ है कि आप अंध विश्वास को बढ़ा रहे हैं इसलिए आप स्वयं जागरूक बनें ताकि आपको कोई मिस गाइड न कर सके see more....http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_10.html
!जिससे बचना चाहिए !
बंधुओ ! ज्योतिष एवं धर्म के क्षेत्र में व्याप्त अंध विश्वास को मिटाने में यदि आप भी सहयोग करना चाहते हैं तो टेलीवीजनीय या मीडियायी ज्योतिषियों के केवल झूठे दावों पर ही विश्वास न करें अपितु उनके द्वारा बताई गई बातों के शास्त्रीय प्रमाण उन्हीं से पूछें और डॉक्टरों की तरह ही कीजिए उनकी योग्यता का भी परीक्षण !यदि आप उनकी शास्त्रीय योग्यता से संतुष्ट हैं तब कीजिए अपने भविष्य जानने की बात !देखिए यह लिंक - -http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_10.html
आदि ज्योतिष में करने की व्यवस्था की गई है फिर भी जो लोग अध्ययन हेतु वर्षों तक कठोर परिश्रम नहीं करना चाहते ऐसे लोग बिना पढ़े लिखे ही ज्योतिष के नाम पर झूठे दावे किया करते हैं ऐसे अंध विश्वास फैलाने वाले लोगों से बचकर ज्योतिष विद्वानों की भी ज्योतिष डिग्रियाँ देखकर तब कीजिए उनपर विश्वास !और देखिए यह लिंक - -http://jyotishvigyananusandhan.blogspot.in/p/blog-page_10.html
भागवत भ्रष्ट लोगों ने बढ़ाया धार्मिक एवं सामाजिक भ्रष्टाचार !
भागवत कथा कहने वाले लोग पहले भागवत कथाएँ कहकर आत्म रंजन किया करते थे तो फिल्मों से जुड़े लोग नाच गाकर समाज का मनोरंजन कर लिया करते थे तब तक सब कुछ ठीक चल रहा था ,किंतु आध्यात्मिक ज्ञान विज्ञान रूपी भागवत कथा के परं पवित्र क्षेत्र में अचानक कुछ अकर्मण्य एवं आलसी लोगों की दृष्टि पड़ी उन्होंने इस सुशांत क्षेत्र को भी नहीं बक्सा और जगह जगह भागवत कथाओं के बड़े बड़े बैनर लगा लगाकर नाचने कूदने लगे भागवत के सुशांत मंचों पर ये भागवती मल्ल ! इस प्रकार भागवत में ऐसी भगदड़ हुई कि भागवत कथाओं में नचैया गवैया लोगों के समूह तेजी कूदने लगे ! इस प्रकार से कथाओं की कमान किन्नरों के हाथ में पहुँचते ही फिल्मों से जुड़े लोग बेरोजगार होने लगे क्योंकि मनोरंजन वाला उनका काम भागवत वीरों ने छीन लिया था तो उन्होंने एक नया तरीका खोज निकाला और फिल्मों में बोल्ड सीन, सुपर बोल्ड सीन ,सेक्सी सीन आदि जितने नंगपन के खेल थे जिन्हें गाँव वाले तक फूहड़ मानते थे वे सब फिल्मों के नाम पर खुले तौर पर खेले जाने लगे !धीरे धीरे फिल्मों का स्वरूप बदलने लगा और फिल्मों से कला गायब होने लगी मांसल सौंदर्य के साथ साथ मल मूत्र मार्गों को छिपा छिपा कर दिखाने का महत्त्व बढ़ने लगा !
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