वायु प्रदूषण और महामारी के आपसी संबंधों पर संशय !
2 नवंबर 2015 को प्रकाशित :दीपावली में पटाखों से निकलने वाले धुएँ से वायु प्रदूषण बढ़ता है
25अक्टूबर 2017 को प्रकाशित :तापमान अधिक होने से हवा में घुल रही गैस और प्रदूषित तेज हवा में तैरने वाले धूल कणों से वायु प्रदूषण बढ़ता है !
13 नवंबर 2017 को प्रकाशित :केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अपर निदेशक दीपाकर साहा का मानना है कि दिल्ली की भौगोलिक स्थिति के कारण वायु प्रदूषण बढ़ता है । उन्होंने पराली जलने को भी वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए जिम्मेदार मानने से इन्कार किया है।
17 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित :दशहरे में रावण के पुतले जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ता है !इसलिए इस पर रोक के लिए दिल्ली हाईकोर्ट ने दोनों सरकारों से रिपोर्ट तैयार करने को कहा था !
28 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित :पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली 'सफर' ने कहा कि हवा की गति धीमी होने और कम तापमान के कारण प्रदूषण कारक तत्व एकत्रित हो जाते हैं |
30 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित :चेस्ट रिसर्च फाउंडेशन (सीआरएफ) और पुणे यूनिवर्सिटी ने दो साल पहले कुछ तथ्य सामने रखे थे. उसी में ये बात सामने आई थी कि काले रंग की गोली जैसी टिकिया यानी सांप पटाखा (स्नेक टैबलेट) सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाती है |
3 नवंबर 2020को प्रकाशित :पराली जलाने के कारण वायु प्रदूषण बढ़ता है|
इसी प्रकार से वाहनों एवं उद्योगों से निकलने वाले धुएँ से,निर्माण कार्यों से निकलने वाली धूल से ,ईंट भट्ठों से निकलने वाले धुएँ से वायु प्रदूषण बढ़ता है !
15 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित : चीन के वैज्ञानिकों का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण के लिए हेयर स्प्रे ,परफ्यूम,एयर रिफ्रेशर में पाए जाने वाले वाष्पशील कार्वनिक यौगिकों से बढ़ता है प्रदूषण !
17 जनवरी 2019 को प्रकाशित :एनजीटी ने हुक्का की घरेलू वायु प्रदूषण की दृष्टि से जाँच करने को सरकार से कहा है
4 अगस्त 2018 को प्रकाशित :मध्य पूर्व की आँधी से बढ़ता है वायु प्रदूषण !
25 दिसंबर 2015 को प्रकाशित :एक रिसर्च के हवाले से कहा गया है कि वायु प्रदूषण बढ़ने का वास्तविक कारण किसी को नहीं पता |
25अक्टूबर 2017 को प्रकाशित :तापमान अधिक होने से हवा में घुल रही गैस और प्रदूषित तेज हवा में तैरने वाले धूल कणों से वायु प्रदूषण बढ़ता है !
13 नवंबर 2017 को प्रकाशित :केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अपर निदेशक दीपाकर साहा का मानना है कि दिल्ली की भौगोलिक स्थिति के कारण वायु प्रदूषण बढ़ता है । उन्होंने पराली जलने को भी वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए जिम्मेदार मानने से इन्कार किया है।
17 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित :दशहरे में रावण के पुतले जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ता है !इसलिए इस पर रोक के लिए दिल्ली हाईकोर्ट ने दोनों सरकारों से रिपोर्ट तैयार करने को कहा था !
28 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित :पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली 'सफर' ने कहा कि हवा की गति धीमी होने और कम तापमान के कारण प्रदूषण कारक तत्व एकत्रित हो जाते हैं |
30 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित :चेस्ट रिसर्च फाउंडेशन (सीआरएफ) और पुणे यूनिवर्सिटी ने दो साल पहले कुछ तथ्य सामने रखे थे. उसी में ये बात सामने आई थी कि काले रंग की गोली जैसी टिकिया यानी सांप पटाखा (स्नेक टैबलेट) सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाती है |
3 नवंबर 2020को प्रकाशित :पराली जलाने के कारण वायु प्रदूषण बढ़ता है|
इसी प्रकार से वाहनों एवं उद्योगों से निकलने वाले धुएँ से,निर्माण कार्यों से निकलने वाली धूल से ,ईंट भट्ठों से निकलने वाले धुएँ से वायु प्रदूषण बढ़ता है !
15 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित : चीन के वैज्ञानिकों का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण के लिए हेयर स्प्रे ,परफ्यूम,एयर रिफ्रेशर में पाए जाने वाले वाष्पशील कार्वनिक यौगिकों से बढ़ता है प्रदूषण !
17 जनवरी 2019 को प्रकाशित :एनजीटी ने हुक्का की घरेलू वायु प्रदूषण की दृष्टि से जाँच करने को सरकार से कहा है
4 अगस्त 2018 को प्रकाशित :मध्य पूर्व की आँधी से बढ़ता है वायु प्रदूषण !
25 दिसंबर 2015 को प्रकाशित :एक रिसर्च के हवाले से कहा गया है कि वायु प्रदूषण बढ़ने का वास्तविक कारण किसी को नहीं पता |
इस प्रकार से वायु प्रदूषण बढ़ने का कारण खोजने के विषय में ही जब वैज्ञानिक एकमत नहीं हैं तो वे कभी वायु प्रदूषण बढ़ने के विषय में कोई अनुमान या पूर्वानुमान लगा लेंगे यह कल्पना ही नहीं की जानी चाहिए | वायु प्रदूषण के प्रभाव का आकलन किए बिना महामारी पर पड़ने वाले वायु प्रदूषण के प्रभाव का आकलन किया जाना कैसे संभव हो सकता है |
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