जयअंबे जयअंबे जयअंबे
जयअंबे जयअंबे जयअंबे जयअंबे जयअंबे जयअंबे
राजेश्वरी प्राच्य विद्या शोध संस्थान
के
आनुषांगिक संगठन
दुर्गा पूजा प्रचार परिवार
की ओर से प्रकाशित
राजेश्वरी प्राच्यविद्या शोधसंस्थानकी ओर सेशास्त्रीय ज्ञानविज्ञानको जन जन तक पहुँचाने की पहलअब दुर्गासप्तशती भीरामचरितमानस एवं सुंदरकांडकी तरहहिंदी दोहा चौपाई में पढ़िएदुर्गा सप्तशती आदि |
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