Thursday, January 5, 2017

भूकंप (कॉपी )

         भूकंप -2
  वैदिकविज्ञान से पता लगाया सकता है कभी भी कहीं भी किसी भी भूकंप के आने का उद्देश्य !    
        भूकंप कभी अकारण नहीं आते हैं भूकंपों के आने का कोई न कोई उद्देश्य जरूर होता है भूकंप हमें अतीत का दर्पण दिखा रहे होते हैं वर्तमान में डरा धमका कर हमें प्रकृति में संतुलन बना कर चलने के लिए प्रेरित कर रहे होते हैं और निकट भविष्य में घटित होने वाली कुछ महत्त्वपूर्ण घटनाओं की सूचना दे रहे होते हैं !
     ये घटनाएँ प्रकृति या मौसम से संबंधित हो सकती हैं लोगों के स्वास्थ्य और स्वभाव से संबंधित हो सकती हैं दो देशों के आपसी संबंधों विचारों व्यवहारों  से संबंधित हो सकती हैं ।
      भूकंप को भेजते समय संसार की शुभचिंतक प्रकृति उस क्षेत्र के लोगों के लिए कोई न कोई महत्त्वपूर्ण संदेशा भेजती है खाली हाथ कभी नहीं आता है कोई भी भूकंप !यह निश्चित है । 
      जो भूकंप जब ,जहाँ और जैसे आता है वो स्थान,समय और वहाँ की प्राकृतिक स्थिति लोगों और जीवों में होने वाले रोगों और मनुष्यों से लेकर वहाँ के जीव जंतुओं के स्वभावों के सूक्ष्म लक्षणों का अध्ययन करके पहचाना जा सकता है किसी भूकंप के आने का उद्देश्य !
     जो भूकंप जब ,जहाँ और जैसे आता है उसके आने के कुछ मिनट बाद ही इस बात की उद्घोषणा की जा सकती है कि किस भूकंप के बाद आफ्टर शॉक्स आएँगे किसके बाद नहीं !
       जो भूकंप जब ,जहाँ और जैसे आता है उसके आधार पर इस रहस्य को सुलझाया जा सकता है कि किस भूकंप का प्रभाव किन जीवों पर कब से कैसा पड़ने लगता है अर्थात भूकंप आने के कितने समय पहले से किन जीवों के व्यवहार में किस किस प्रकार के परिवर्तन कितने दिन या महीने पहले से अनुभव किए जाने योग्य थे । 
      कई मामलों में तो जिस दिन इस विषय के रहस्य का उद्धाटन किया जाएगा और समाज को पता चलेगा या समाज को इस बात का विश्वास दिलाने में जिस दिन हम सफल होंगे कि भूकंपों का हमारे जीवन से इतना नजदीकी  संबंध है वो क्षण भूकंप के विषय में जानकारी की दृष्टि से ऐतिहासिक होगा !भारत वर्ष के सनातन हिंदू धर्म के प्राचीनतम वैदिक विज्ञान का चमत्कार उस दिन दुनियाँ देखेगी !
      विश्व के अनेकों देशों की सतर्क सरकारें भूकंपों का पूर्वानुमान लगाने की दिशा में भारी भरकम धनराशि खर्च करती हैं मोटी मोटी सैलरी देती हैं किंतु उनके द्वारा कई दशकों में अभी तक कुछ इस सामने नहीं लाया जा सका है जिसे खोज की श्रेणी में रखा जा सकता हो !ख़ास अपने अपने देश में भूकंप
    
            

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