Monday, September 4, 2017

राजनैतिक पार्टियों के पास योग्य और ईमानदार नेताओं की शार्टेज क्यों हुई ?

    नौकरशाहों को क्यों दिलानी पड़ रही है मंत्री पद की शपथ !नौकरशाही से आयात किए जा रहे हैं नेता ! जो वहां नहीं कुछ विशेष कर पाए वे यहाँ ....... !
      नौकर शाहों  को मंत्री बना बना कर काम चला रही है पार्टियाँ !किंतु नौकर शाहों में इतनी ही क्षमता होती तो जहाँ वहीँ कुछ तो चमत्कार किया होता  !देश का बेड़ा गर्क अफसरसाही ने ही किया है जो वहां नहीं कुछ कर पाए वो रिटायर्ड लोग यहाँ क्या कर पाएँगे !फिर भी ईश्वर करे वो भी कुछ तो करें !
    वस्तुतः राजनीति सेवा कर्म है यहाँ हर कोई फिट नहीं बैठ सकता इसमें शैक्षणिक योग्यता अनुभव सेवा भावना और राष्ट्रसमर्पण की भावना स्वाभाविक हो !ऐसी प्रतिभाओं की देश में कमी नहीं है किंतु उनमें धोखाधड़ी के वो दुर्गुण नहीं हैं जिन्हें वर्तमान राजनीति पसंद करती है सुशिक्षित और सुयोग्य लोगों को राजनीति में घुसने ही नहीं देते हैं लोग !फैक्ट्री मालिकों की तरह पार्टियों के मुखिया चलाया करते हैं पार्टियाँ बेचा करते हैं टिकटें अपने बेटा बेटी आदि को लड़ाया करते हैं चुनाव !
 ऐसी पक्षपाती लापरवाही से नेता बन जाने वाले अयोग्य लोग संसद आदि सदनों में जाकर क्या करें मोबाइल पर मूवी  देखकर कहाँ तक समय पास करें हुल्लड़ कितना मचावें ! कुर्सियों पर सोकर कितना समय पास करें !चर्चा करने और समझने की उनमें योग्यता नहीं होगी तो उनका मन ही नहीं होगा वहाँ जाने का !PM साहब कहते हैं सदन में उपस्थित रहो किंतु जब ऐसे लोगों को टिकट ही नहीं देते जो सदनों की चर्चा में सम्मिलित होने का साहस रखते हों तो फिर सरकारें अकर्मण्य ,कर्मचारी घूसखोर होंगे ही !अपराध और असंतोष बढ़ेगा ही !मंत्री क्या काम करेंगे ख़ाक !अयोग्य लोग सदनों में पहुँचकर भी हुल्लड़ न मचावें तो क्या करें !
     देश की जनता अपनों को खोज रही है किंतु दुर्भाग्य से इस सरकार में भी अपने कहाँ हैं जिन नेताओं के दरवाजे जाओ वे मिलें न  मिलें !बात करें न करें !बात भी करें तो झूठे आश्वासन देते रहें !
   प्रायः सांसदों  की आफिसों में बैठाया गया स्टाप बेलगाम झूठ बोल रहा होता है और झूठे आश्वासन देकर लौटा दे रहा है जनता को !भ्रष्टाचार से पीड़ित कुछ लोग तो छोटे छोटे कामों के लिए  सांसदों के यहाँ  कई कई महीनों या साल भर से चक्कर लगा रहे हैं किन्तु अभी तक सांसद  उनसे मिल नहीं पाए हैं और न ही स्टॉप जनता के काम आ रहा है !कुछ लोग अच्छे भी हैं किन्तु ऐसे हृदय विहीन नेताओं सांसदों विधायकों ने उनकी भी भद्द पिटवा रखी है | 
    चुनाव जीते हुए जनप्रतिनिधियों ने तो कसम खा रखी है कि हम केवल उन्हीं से मिलेंगे जो या तो हमें टिकट दिलवा सकता है या कटवा सकने की क्षमता रखता है !अथवा फिर जो हमें चुनाव जितवा या हरवा सकता है बाकी आम लोगों को वो जीवित समझते ही कहाँ हैं !जिन नेताओं का ऐसा वर्ताव हो उनकी पार्टी के शीर्ष नेता राम राज्य ले आने के झूठे सपने परोसते जा रहे हैं जनता को !अब ऐसी बातों से जनता भी घृणा करने लगी है|स्थिति यदि यही रही तो 2019 को सरकारी सांसद ही डुबा देंगे !सरकार का कपोलकल्पित रामराज्य रखा का रखा रह जाएगा !
    बड़े बड़े उद्योगपति अपने उद्योग चलाने के लिए सुशिक्षित योग्य प्रतिभाओं को उनके शिक्षण संस्थानों से अपने उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए ले आते हैं चूँकि उनका सपना कम्पनी  की तरक्की करना होता है !किंतु राजनीतिज्ञों को राजनैतिक पार्टियों के लिए प्रतिभाओं की आवश्यकता ही नहीं पड़ती है क्यों ?  
    अरे घमंडी नेताओ ! देश की प्रतिभावों का रास्ता रोके क्यों खड़े हैं आप ?उनकी योग्यता उदारता सेवा भावना एवं राष्ट्र समर्पण को देश के काम आने दो !उन्हें करने दो राजनीति वे भ्रष्टाचार समाप्त करके दिखा देंगे !अन्यथा यही होगा जो हो रहा है जो योग्य नहीं वो योग्यता किससे उधार माँगें और जो ईमानदार नहीं वो पुरानी आदतें कैसे छोड़ें ! जो घमंडी जनता की फर्याद सुनने के नाम पर जनता को बुला तो लेते हैं किंतु सीधे मुख बात नहीं करते हैं जनता से !जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की भारी कमी है !
       शैक्षणिक योग्यता अनुभव सेवा भावना और राष्ट्रसमर्पण की भावना से लोकतंत्र की रक्षा करने की क्षमता !जनतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है जनता ही परेशान  रहे तो काहे का लोकतंत्र !समाज के साथ पक्षपात विहीन भावना से प्रत्येक व्यक्ति का विकास जैसे कर्तव्य का पालन करने वाला सुयोग्य नेता होना चाहिए  !
       इस जरूरी लेख को  जरूर पढ़ें -

नौकरशाहों को मंत्रीपद, क्या मोदी के नेता योग्य नहीं?

No comments:

Post a Comment