Saturday, July 10, 2021

k-71

माननीय थानाध्यक्ष महोदय जी (कृष्णानगर)                                                                                          
                                                                    सादर नमस्कार !
 
विषय : बिल्डरराजीव जोशी एवं उसके परिवार द्वारा हमारे ऊपर किए गए हमले के बिषय में सुरक्षा हेतु !
 
       महोदय
 
   मैं A-7\41 में कृष्णा नगर दिल्ली के सेकेंड फ्लोर में अपने बच्चों के साथ रहता हूँ! परिवार में हमारी पत्नी एवं तीन बेटियाँ और एक बेटा है |इसी बिल्डिंग के फस्ट फ्लोर में बिल्डर राजीव जोशी का फ्लैट है ! उसमें उनका परिवार रहता है |
    बिल्डर राजीव जोशी इसी बिल्डिंग के अंदर मुख्यगेट से सीढ़ियों के रास्ते को धोखाधड़ी पूर्वक कार पार्किंग बताकर बेच रहा है | इससे मुझे आने जाने में समस्या होगी इसलिए इसके विरुद्ध मैंने ऑनलाइन कंप्लेन पहले से दे रखी है |हमारे कंप्लेन करने से चिढ़े बिल्डर राजीव जोशी के लोग पिछले कई दिन से हमारे साथ मारपीट करना चाह रहे थे किंतु हमने झगड़ा करने का मौका ही नहीं दिया | 
     अपनी उसी कंप्लेन के संदर्भ में कल अर्थात 26-7-2021की शाम मैं कृष्णानगर थाने गया था बच्चे घर पर ही थे ! इसीबीच शाम4बजकर23मिनट पर कुछ लोगों के साथ राजीव जोशी की पत्नी और उनके दामाद भूपेंदर ने आकर हमारा दरवाजा खटकाकर गाली गलौच करते हुए दरवाजा खोलवाने की कोशिश करने लगे तो हमारे बच्चे डर गए और वे लोग हमें मार देने की धमकी देकर चले गए | बच्चों ने घबड़ाकर हमें फोन किया मैंने कहा तुम परेशान हो मैं किसी काम से कहीं आया हूँ |इसके कुछ देर बाद हमारे पडोसी का फोन आयाकि वो लोग कह रहे हैं कि तुम्हें घर घुसने नहीं देंगे | मैं अपने एक मित्र के साथ 6 \ 24 बजे घर घुसा और सीढ़ियों से अपने फ्लोर पर जा रहा था उधर फस्ट फ्लोर पर घात लगाए जोशी के लोग बैठे थे इन्होंने हमें मारने की नियत से गाली गलौच करते हुए घसीट कर हमें अंदर ले जाने के लिए दौड़े तो मैं दौड़कर अपने फ्लोर पर पहुँच गया वहाँ कैमरा लगा हुआ था ये लोग गाली गलौच करके हमें अपने दरवाजे पर बुलाते रहे मैं अंदर चला आया ! 6 \20 पर ये हमें बुलाने आये तो मैं नहीं गया | 
    6\ 38बजे दो तीन लोगों के साथ खुद राजीव जोशी हमारे घर आया साथ में उसका दामाद भूपेंदर और जोशी की पत्नी भी थी और हमारे बच्चों एवं हमारे मित्र के सामने हमें गंदी गंदी गालियाँ देते हुए हमें जान से मारने की धमकी देने लगा लगा | जोशी की पत्नी यह कहकर गई है कि मैं अपने कपड़े अपने हाथों से फाड़कर रेप का केस लगवा दूँगी | उधर जोशी गाली देता रहा और हमें मरवा देने की धमकी देकर 6.55 पर हमारे घर से निकले हैं |     हमारे दरवाजे पर घटी सारी घटना के वीडियो साक्ष्य रूप में हमारे पास हैं | 
     थाने से बीटअफसर जगन्नाथ जी हमारे बोलाने पर आए चौकी पर हमें दोनों को ले गए वहाँ भी जोशी हमें गाली दे रहा था जिसपर जगन्नाथ जी ने उसे डाँटा तब शांत हुआ और कहा कि अब गाली दी या झगड़ा किया तो मैं बंद कर दूँगा यह कह कर जोशी और हमें भेज दिया | 
      लाल क्वाटर वाले रोड पर मैं चला आ रहा था वहाँ एक आदमी मिला उसने कहा कि जोशी से पंगा लेना तुम्हें बहुत महँगा पड़ेगा तू बहुत जल्दी मार दिया जाएगा |तेरे दरवाजे पर कैमरे न लगे होते तो आज ही तेरा काम तमाम कर दिया जाता | 
    श्रीमान जी !राजीव जोशी के द्वारा दी या दिलाई जा रही धमकियों के अनुशार मेरे या मेरे बच्चों के साथ कभी भी कोई हादसा किया या करवाया जा सकता है जिससे हम और हम  और  हमारे बच्चे भयभीत हैं | अतएव आपसे विनम्र निवेदन है कि राजीवजोशी एवं उसके परिवार के लोगों के द्वारा हमारे साथ की जा रही गुंडागर्दी से हमारी एवं हमारे सुरक्षा की जाए | 
 
                                                                                                       निवेदक 
    
                         
      
 


  

   
 
 4\23 पर वो आईं  
 
जोशी 6.38 पर आए और 6.55 पर गए हैं  
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 










माननीय थानाध्यक्ष महोदय जी (कृष्णानगर)                                                                                          
                                                                    सादर नमस्कार !
 
विषय :बिल्डिंग की छत पर रखी हमारी सामूहिक पानी की टंकियों को टॉप फ्लोर वालों के द्वारा काटकर बेचदिए जाने के विषय में दोषियों के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही करवाने हेतु  !
 
   महोदय,

      k-71,दुग्गलबिल्डिंग, छाछी बिल्डिंगचौक,कृष्णानगर दिल्ली 51 में 16 फ्लैट और 4 दुकानें हैं इसी में हम लोगों के भी फ्लैट्स हैं |इसी बिल्डिंग की टॉप फ्लोर का फ्लैट नं 15 सोनू गुप्ता का है | फ्लैट नं 13 और फ्लैट नं 16 राजेंदर शर्मा के हैं | इसकी छत पर सभी फ्लैटों के हिसाब से पानी की 16 टंकियाँ सन 1998 में जबसे बिल्डिंग बनी है तभी से सामूहिक रूप से रखी हुई थीं | इसके अतिरिक्त कुछ लोगों ने अपनी पर्सनल टंकी भी रख ली थी |

      राजेंदर शर्मा और सोनू गुप्ता कुछ वर्ष पहले कहने लगे कि हमने छत खरीद ली है इसलिए छत पर रखी टंकियाँ  हटा लो अन्यथा हमें टंकी रखने का किराया दीजिए | हम लोगों ने छत की रिपेरिंग तो करवा दी टंकियाँ रखने का किराया नहीं दिया | पैसे न मिलने पर राजेंदर शर्मा पहले डराता धमकाता रहा बाद में टंकियों में गंदी चीजें डालने लगा और टंकियाँ फाड़ देने एवं पाइप काट देने की धमकी देता रहा | गुंडागर्दी पूर्वक हमेंशा मारपीट पर उतारू रहता है | छत पर जाने के दरवाजे पर सामूहिक ताला लगा हुआ था जिसकी ताली सबके पास थी उस ताले को बदलकर उसने अपना ताला लगा दिया और टॉप फ्लोर वालों के अतिरिक्त सबका छत पर जाना बंद करवा दिया | इससे तंग होकर हम लोगों ने टंकियों से आ रहे गंदे पानी का उपयोग करना बंद कर दिया !टंकियाँ और पाइप वैसे ही लगे रहे छत पर हम लोगों का आना जाना संभव था ही नहीं |

      राजेंदर शर्मा अपने को कभी सीबीआई अधिकारी तो कभी एसएचओ बताकर धमकाता है !राजेंदर शर्मा ने कुछ अफसरों के जाली आईडीकार्ड बनवा रखे हैं | कंप्लेन करने पर जो लोग आतें हैं ये अपना वही कोई न कोई कार्ड दिखाकर डरा धमका कर लौटा देता है | आस पास भी इसने पुलिस आफीसर की ही पहचान बना रखी है हर किसी को उठाकर बंद कर देने की धमकी देता है लोग इससे डरते हैं | इसीलिए  फ्लैटों  में रहने वाले लोगों में लगभग 10 घरों का पानी पिछले कई वर्षों से इसने बंद कर रखा है | भयवश कोई कंप्लेन नहीं करता है यदि कोई कंप्लेन करता भी है तो कोई कार्यवाही नहीं होती है | इसलिए कुछ लोग अपने फ्लैट बेचकर चले गए हैं  कुछ ने किराए पर उठा दिए हैं कुछ  लोग जो बचे हैं उनमें से कुछ राजेंदर शर्मा की गुंडागर्दी को डरते हैं इसलिए कंप्लेन नहीं करते हैं और न ही गवाही देते हैं |कई लोग नए आए हैं उन्हें ये बातें पता भी नहीं हैं| पानी उनके यहाँ भी नहीं आता है |  अभी  पता लगा कि लॉकडाउन के समय राजेंदर शर्मा और  सोनूगुप्ता ने हम लोगों की टंकियाँ और पाइप कबाड़ी को बेच दिए हैं |

      श्रीमान जी ! हम लोग तब से  छत पर गए ही नहीं हैं  जबकि राजेंदर शर्मा और  सोनूगुप्ता आदि की छत पर जाने आने से लेकर न केवल सभी गतिविधियाँ चालू हैं अपितु वे सारे अपने  काम कर ही रहे हैंउनकी पानी की टंकियाँ भी चालू हैं  | वही ऊपर रहते हैं उनके अतिरिक्त जब हम लोगों का आना जाना नहीं है तो किसी और दूसरे का आना जाना कैसे संभव हो सकता है | पानीटंकियों के पाइप कटे होने के कारण हम दस लोगों के फ्लैटों में अभी तक टंकियों का पानी नहीं आ रहा है न्याय की आशा में कार्पोरेशन के पानी से किसी तरह काम चलाया जा रहा है |

        अतएव आपसे विनम्र निवेदन है कि दोषियों के विरुद्ध कठोर दण्डात्मिका कार्यवाही की जाए | इसके साथ ही राजेंदर शर्मा एवं सोनूगुप्ता के खर्चे से ही हम सभी लोगों की टंकियाँ रखवाई जाएँ एवं पानी का सारा सिस्टम ठीक करने का खर्चा भी इन्हीं से वसूला जाए |                                                          निवेदक :

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