Wednesday, December 18, 2013

जब तक रहेगा भ्रष्टाचार तब तक रहेंगे चाटुकार !

      जिन चरणों और चरण पादुकाओं के कृपा बल से सरकारी शिक्षकों को पढ़ाना नहीं पड़ता है अर्थात सरकारी स्कूलों में पढाई  नहीं होती जबकि प्राइवेट में होती है ,सरकारी अस्पतालों में दवाई नहीं होती जबकि प्राइवेट में होती है ,सरकारी डाकखाने में सुनवाई नहीं होती जबकि प्राइवेट कोरियर  में होती है, सरकारी फोन व्यवस्था में समय से शिकायत नहीं निपटाई जाती जबकि प्राइवेट कंपनियों  में निपटाई जाती है, पुलिस से कानून व्यवस्था नहीं बनाई जाती इसीलिए सभी प्रकार के अपराध बढ़ते जा रहे हैं ऐसे सरकारी कर्मचारियों के लिए किसी नेता की सेवा करने में गलत क्या है इन्हीं चरणों और चरण पादुकाओं  की सेवा के बल पर ही तो सब कुछ मिलता  है इसीलिए जो सरकारी कर्मचारी बिना  काम किए प्रमोशन और पैसा डाइरेक्ट  चाहते हैं उन्हें नेताओं की सेवा चाटुकारिता तो करनी ही पड़ेगी इसमें आश्चर्य क्या है?

           यह सब देखकर लगता है कि इस देश में लोकपाल को भी  जोकपाल बना कर ही छोड़ा जाएगा और भ्रष्टाचार इस देश में सरकार एवं सरकारी कर्माचारियों के लिए संजीवनी हमेंशा साबित होता रहेगा ! 

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