जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद जी महाराज
      ये सच है कि जगद् गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद जी महाराज जी के अच्छे सम्बन्ध पहले से भी काँग्रेस पार्टी के साथ सुने जाते रहे हैं किन्तु उतना ही सच यह भी है वे हमारे हिन्दू धर्म के शास्त्रीय विधि से प्रमाणित शंकराचार्य हैं इस लिए जब तक वो इस पद पर हैं तब तक तो शंकराचार्य होने के नाते उनका सम्मान करना ही पड़ेगा वो यदि शंकराचार्य नहीं भी रहते हैं तो भी संत ,विद्वान एवं वयोवृद्ध होने का  होना चाहिए!
        जहाँ तक  पत्रकार के द्वारा नरेंद्र  मोदी के विषय में सवाल पूछने पर चाटा मारने की बात है यहाँ प्रथम दृष्टया उनकी गलती लगती  जरूर है किन्तु पत्रकार महोदय को भी तो उनसे इस प्रकार का प्रश्न नहीं करना चाहिए था!  है  
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