कश्मीर  भारत का अभिन्न अंग है या भिन्न अंग ? 
     
 कश्मीर भारत का अंग है कि नहीं और यदि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है तो ये
 भिन्नता अर्थात विशेष दर्जा क्यों ? इस प्रकार की मेड़ें डाल कर मित्रता की
 कल्पना भी नहीं की जा सकती । यहाँ बात केवल कश्मीर को विशेष दर्जा देने की
 ही नहीं है अपितु ऐसी किसी अलगाव वादी  रेखा से है  जिससे कश्मीर  भारत का अभिन्न अंग नहीं अपितु भिन्न अंग सिद्ध होता हो। 
इससे कश्मीर  भारत का अटूट हिस्सा  है ये बात विश्वसनीय ही नहीं रह जाती 
!किसी को भी सोचना पड़ता है कि कश्मीर  भारत का अभिन्न अंग नहीं अपितु भिन्न
 अंग है यही भिन्नता  पाकिस्तान को बेचैन किए है उसे लगता है कि ये अभी भी 
मिल सकता है । यह बहुत घातक है  इस पर पुनर्विचार होना ही चाहिए।  
       "जैसे किसी पशु की पीठ पर मांस का एक टुकड़ा रख दिया जाए चूँकि वह पशु के मांस पर रखा हुआ भी पशु का अंग न होकर अपितु उससे भिन्न है इस भिन्नता के कारण ही उस मांस 
पर कौवे गिद्ध आदि झपटने लगते हैं जबकि उस पशु की पीठ का अपना भी मांस होता
 है किन्तु कौवे गिद्ध आदि उस पर कभी नहीं झपटते "क्योंकि वह उस पशु के 
शरीर का अभिन्न अंग होता है !
      
मेरे कहने का अभिप्राय मात्र  इतना है कि कश्मीरी बंधुओं को भी विचार करना 
चाहिए कि  कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बनकर रहे  उसी में कश्मीर और भारत 
दोनों की भलाई है विशेष दर्जा युक्त भिन्न अंग बने रहने में पाकिस्तान जैसे
 गिद्ध हमेंशा कश्मीर की  ओर  बुरी निगाह से ताकते रहते हैं । 
 
कांग्रेस पार्टी ने 'कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है' का नारा देकर देश की जनता को खूब बेवकूफ बनाया है. ये कश्मीर को आज तक देश का अभिन्न अंग नहीं बना पाए क्यों कि इन्होने धारा 370 हटाने के लिए कुछ नहीं किया. जम्मू में 1947 में आकर बसे हिन्दुओं को आज भी देने वोट का अधिकार नहीं है जबकि बंगलादेसी घुसपेठिये भारत के नागरिक बन कांग्रेस पार्टी / तृणमूल कांग्रेस को वोट दे रहे हैं
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