Thursday, November 21, 2013

भाजपा को अपनी भी उचित आलोचनाएँ सुनने का धैर्य रखना चाहिए !

भाजपा की ओर से जो नेता प्रधानमंत्री पद के लिए जिसे प्रत्याशी बनाया जा चुका हो उसे क्षेत्रीय एवं प्रांतीय समस्याओं से ऊपर उठकर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय नीतियों में वर्त्तमान सरकार फेल क्यों हुई यह गिनाना चाहिए साथ ही उनकी जगह यदि भाजपा होती तो वो देश एवं समाज के हित में यह सरकार इससे और अधिक अच्छे ढंग से कैसे चला सकती थी जनता भी तो समझे आपका व्यूह क्या है ?
      रही बात उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव को सम्बोधित करते हुए यह कहना कि  गुजरात की पेय जल पाइप लाइन  में कार से जाया जा सकता है इतनी चौड़ी है यह कहकर किससे क्या कहने का प्रयास किया जा रहा है मान्यवर,आप अब केवल किसी प्रदेश के मुख्य मंत्री ही नहीं हैं आप एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रधान मंत्री पद के प्रत्याशी हैं !आप बजाए गुजरात के विकास कि बात करने के अपने पूर्व के महापुरुषों श्रीमान अटल जी एवं अडवाणी जी के नेतृत्व में चली गौरव पूर्ण ईमानदार विकास श्रेष्ठ सरकार की उपलब्धियाँ उस प्रकार से क्यों नहीं गिनाई जा रही हैं जिस प्रकार से उन्हें उपस्थित  किया जाना चाहिए !उनकी पार्टी के नेताओं के नेतृत्व में चली अटल जी कि सरकार में उपलब्धियों का टोटा नहीं है कहने औरगिनाने के लिए बहुत कुछ है ।

राहुल जैसे लोगों पर टिपण्णी का काम किसी और पर छोड़ दिया जाना चाहिए ये प्रधान मंत्री प्रत्याशी का काम नहीं है ।
जो मुद्दे आम आदमी को पता हैं उन्हें उठाने का क्या लाभ
सरकार

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